जगदलपुर: चौराहों का शहर कहे जाने वाला जगदलपुर सालों से जर्जर सड़कों की मार झेल रहा है. इनकी मरम्मत को लेकर कोई भी पहल नहीं की जा रही है. शहर के सड़कों की हालत इतनी खराब है कि इन पर गाड़ियों का चलना तो दूर पैदल गुजरना भी मुश्किल हो गया है. ETV भारत ने शहर की सड़कों की पड़ताल की. कई जगह की सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे मिले तो कहीं सड़कें ही पूरी तरह उखड़ गई हैं. शहर से जुड़ी ज्यादातर सड़कें लोक निर्माण विभाग और नगर निगम के अंदर आती हैं. इन विभागों ने 6 से ज्यादा सड़कों की मरम्मत के लिए प्रस्ताव दिए गए थे, लेकिन अब तक कई सड़कों की मरम्मत नहीं कराई गई है. हालत यह है कि शहर की मुख्य सड़कों पर धूल और गड्ढों के अलावा कुछ दिखाई नहीं देता.
नगर निगम के सामने वाली सड़क, शहर में कोर्ट तिराहा, नयामुंडा, गीदम रोड और धरमपुरा रोड सहित कई अन्य सड़कें हैं जो बदहाल हो चुकी हैं. जगदलपुर से दंतेवाड़ा और सुकमा को जोड़ने वाली गीदम रोड की स्थिति भी खराब है. यहां अमृत मिशन योजना के तहत बिछाई जा रही पाइप लाइन और इसके लिए खोदे गए बड़े-बड़े गड्ढों से लोगों का गुजरना मुश्किल हो चुका है.
सड़क गड्ढे और धूल में तब्दील
सड़क के आसपास मौजूद दुकान मालिकों का कहना है कि हर साल गीदम रोड को मेंटेनेंस और चौड़ीकरण के नाम पर खोद दिया जाता है. आधे-अधूरे निर्माण कार्य कर छोड़ देने से पूरी सड़क गड्ढे और धूल में तब्दील हो जाती है. लोगों का कहना है कि धूल की वजह से उनकी ग्राहकी में भी काफी असर पड़ता है और बीमारियों का भी खतरा बना हुआ है.
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बढ़ रहा है प्रदूषण
शहर में धूल का आलम यह है कि इसका प्रतिशत 0.9 पीपीएम तक पहुंच गया है. जबकि हवा में जीरो 0.025 से 0.05 प्रतिशत तक धूल सामान्य मानी जाती है. ऐसे में शहर अब वायु प्रदूषण के खतरे के भी जद में आ चुका है. जिस पर नियंत्रण के लिए नगर निगम कोई योजना नहीं बना पाया है.