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SPECIAL: गड्ढों में तब्दील हुई सड़कें, धूल के गुबार ने किया शहरवासियों का जीना मुश्किल - जगदलपुर में धूल की समस्या

जगदलपुर की जनता जर्जर सड़क और धूल से परेशान है.बीजेपी का आरोप है कि जिम्मेदार इन सड़कों के मेंटेनेंस के नाम पर करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार कर रहे हैं. महापौर का कहना है कि सड़कें बीजेपी के कार्यकाल से अधूरी पड़ी हुई थी. जिसको सुधारने का काम नगर निगम कर रहा है.

problem of shabby roads
धूल के गुबार ने किया शहरवासियों का जीना मुश्किल

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Published : Nov 12, 2020, 11:16 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर: चौराहों का शहर कहे जाने वाला जगदलपुर सालों से जर्जर सड़कों की मार झेल रहा है. इनकी मरम्मत को लेकर कोई भी पहल नहीं की जा रही है. शहर के सड़कों की हालत इतनी खराब है कि इन पर गाड़ियों का चलना तो दूर पैदल गुजरना भी मुश्किल हो गया है. ETV भारत ने शहर की सड़कों की पड़ताल की. कई जगह की सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे मिले तो कहीं सड़कें ही पूरी तरह उखड़ गई हैं. शहर से जुड़ी ज्यादातर सड़कें लोक निर्माण विभाग और नगर निगम के अंदर आती हैं. इन विभागों ने 6 से ज्यादा सड़कों की मरम्मत के लिए प्रस्ताव दिए गए थे, लेकिन अब तक कई सड़कों की मरम्मत नहीं कराई गई है. हालत यह है कि शहर की मुख्य सड़कों पर धूल और गड्ढों के अलावा कुछ दिखाई नहीं देता.

गड्ढों वाली 'सड़क'

नगर निगम के सामने वाली सड़क, शहर में कोर्ट तिराहा, नयामुंडा, गीदम रोड और धरमपुरा रोड सहित कई अन्य सड़कें हैं जो बदहाल हो चुकी हैं. जगदलपुर से दंतेवाड़ा और सुकमा को जोड़ने वाली गीदम रोड की स्थिति भी खराब है. यहां अमृत मिशन योजना के तहत बिछाई जा रही पाइप लाइन और इसके लिए खोदे गए बड़े-बड़े गड्ढों से लोगों का गुजरना मुश्किल हो चुका है.

सड़क गड्ढे और धूल में तब्दील

धूल से परेशान जनता

सड़क के आसपास मौजूद दुकान मालिकों का कहना है कि हर साल गीदम रोड को मेंटेनेंस और चौड़ीकरण के नाम पर खोद दिया जाता है. आधे-अधूरे निर्माण कार्य कर छोड़ देने से पूरी सड़क गड्ढे और धूल में तब्दील हो जाती है. लोगों का कहना है कि धूल की वजह से उनकी ग्राहकी में भी काफी असर पड़ता है और बीमारियों का भी खतरा बना हुआ है.

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बढ़ रहा है प्रदूषण

शहर में धूल का आलम यह है कि इसका प्रतिशत 0.9 पीपीएम तक पहुंच गया है. जबकि हवा में जीरो 0.025 से 0.05 प्रतिशत तक धूल सामान्य मानी जाती है. ऐसे में शहर अब वायु प्रदूषण के खतरे के भी जद में आ चुका है. जिस पर नियंत्रण के लिए नगर निगम कोई योजना नहीं बना पाया है.

बीजेपी कांग्रेस आमने-सामने

विपक्ष के नेता इसकी वजह निगम के पदाधिकारियों को ठहरा रहे हैं. भाजपा नेता रामाश्रय सिंह का कहना है कि पिछले 6 साल से निगम में कांग्रेस की सरकार है और इस 6 साल में ना ही शहर के सड़कों की सही तरीके से मरम्मत की गई है और ना ही शहरवासियों को धूल से निजात दिला पाने में कांग्रेस के पदाधिकारी कामयाब हुए है. बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा में भी जगदलपुर को धूल मुक्त शहर बनाने का वादा किया था लेकिन आलम यह है कि शहर का ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जहां लोगों को धूल से परेशानी नहीं हो रही है.

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पाइप लाइन बिछाने का काम जारी

बीजेपी का आरोप है कि जिम्मेदार इन सड़कों के मेंटेनेंस के नाम पर करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार कर रहे हैं. इधर निगम की महापौर सफिरा साहू का कहना है कि अमृत मिशन योजना के तहत शहर के कई इलाकों में पाइप लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है. जिसकी वजह से शहरवासियों को धूल से परेशानी हो रही है. महापौर का कहना है कि इन सड़कों में निगम अमला राहत पहुंचाने के लिए पानी की बौछार भी करवा रहा है.

सड़क निर्माण का काम जल्द पूरा होगा

महापौर का कहना है कि लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखकर जल्द से जल्द काम पूरा करने को कहा गया है. वहीं गीदम रोड सड़क के चौड़ीकरण को लेकर भाजपा के आरोप पर महापौर ने पलटवार करते हुए कहा है कि यह सड़क बीजेपी के कार्यकाल से अधूरी पड़ी हुई थी, जिसे अब नए टेंडर निकाल कर कांग्रेस सरकार काम पूरा करवा रही है. जल्द ही यह सड़क भी पूरी कर ली जाएगी.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

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