जगदलपुर: बस्तर में कुछ ही दिनों में मानसून दस्तक देने वाला है. ऐसे में निगम प्रशासन के ढ़ीले रवैये की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. शहर में पाइप लाइन बिछाने और ड्रेनेज व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए खोदे गए गड्ढे लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं.
मानसून से निपटने को कितना तैयार निगम! सड़कों के गड्ढे बता रहे हाल तय समय पर पूरा नहीं हुआ काम
दरअसल मानसून से पहले निगम प्रशासन को शहर में पाइप लाइन बिछाने और ड्रेनेज व्यवस्था को दुरुस्त किया जाना था. लेकिन तय समय पर कार्य पूरा नहीं होने से शहर में जगह-जगह खोदे गए गड्ढे और बड़े नालों की साफ सफाई नहीं होने की वजह से आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
निगम अधिकारियों ने किया निचले इलाकों का दौरा
मानसून सिर पर है और इससे निपटने के लिए निगम की तैयारियां नाकाफी नजर आ रही हैं. प्रशासनिक फेरबदल के बीच निगम अधिकारियों ने अभी तक निचले इलाकों का दौरा नहीं किया है. हालांकि निगम के महापौर का दावा इस बार डूबान का असर नहीं होगा.
निगम के दावे खोखले
मानसून के पहले सड़कों में खोदे गए गड्ढे और कई इलाकों में नेचुरल फ्लो के बिगड़ जाने से निगम के दावे खोखले साबित हो सकते हैं. निगम द्वारा समय रहते खास तैयारी नहीं होने की वजह से इस बार भी करीब एक दर्जन सड़कें और 5 से ज्यादा वार्ड में जलभराव की स्थिति हो सकती है.
शहर के कई इलाके डूबान क्षेत्र में तब्दील
शहर के छत्रपति शिवाजी वार्ड, सनसिटी, राजेंद्र नगर वार्ड, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी और शहर की करीब एक दर्जन सड़कें बारिश में तेज बहाव के साथ रास्ता जाम कर देती हैं. निगम की तरफ से कॉलोनियों के निर्माण को अनुमति देने की वजह से शहर के कई इलाके मानसून की बारिश में जलाशय में तब्दील हो जाते हैं. ऐसे में लोगों का अपने घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है. कहा जा सकता है कि नगर निगम ने फिर इस बार मानसून से पहले कोई खास तैयारी नहीं की है.