जगदलपुर: बस्तर बेमौसम बारिश ने जिला विपणन विभाग के दावों की पोल खोल कर रख दी है. बारिश की वजह से जिले के कई धान खरीदी केंद्रों में खुले में रखे धान बारिश में भीग गए हैं. यहां शेड की व्यवस्था भी नहीं है. विभाग धान की बर्बादी का आंकलन न करते हुए और अपनी गलती न मानते हुए धान को सुरक्षित रखने का दावा कर रहा है.
प्रशासन की खुली पोल, बारिश में भीग रहे हैं धान - धान
बस्तर धान खरीदी केंद्रों में खुले में रखे धान बारिश में भीग गए हैं. यहां शेड की व्यवस्था भी नहीं है. वहीं प्रशासन अपनी गलती न मानते हुए धान को सुरक्षित रखने का दावा कर रही है.
त्रिपाल की व्यवस्था नहीं
दरअसल, मौसम में आये अचानक बदलाव की वजह से बस्तर में भी पिछले 2 दिनों से घने बादल छाए हैं. साथ ही रुक-रुक कर बारिश भी हो रही है और इस बारिश से निपटने के लिए जिले के कई धान खरीदी केंद्रों में त्रिपाल की व्यवस्था तक नहीं की गई है. इससे खुले में रखे धान के बोरे भीग गए हैं. मीडिया को जानकारी मिलने के बाद खरीदी केंद्रों से इन भीगे हुए धान के बोरे को तो हटा दिया गया है, लेकिन जिले के ऐसे कई धान खरीदी केंद्र है जहां अभी भी धान खुले में रखे हैं.
इधर, जिला विपणन अधिकारी बारिश से निपटने के लिए सभी धान खरीदी केंद्रों में पर्याप्त त्रिपाल की व्यवस्था होने की बात कह रहे हैं और बारिश की वजह से जिले में कहीं भी धान नहीं भीगने की बात कह रहे हैं.