जगदलपुर: कोरोनाकाल (Corona period) की वजह से पिछले डेढ़ वर्षो से बंद जगदलपुर-विशाखापट्टनम नाइट एक्सप्रेस (Jagdalpur-Visakhapatnam Night Express) और समलेश्वरी एक्सप्रेस ट्रेन (samleshwari Express Train) को दोबारा से परिचालन के लिए रेलवे प्रशासन ने मंजूरी तो दे दी है, लेकिन रेल प्रशासन के नए फरमान से बस्तर वासियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों में काफी नाराजगी है. दरअसल 2 अक्टूबर से दोबारा शुरू होने वाली नाइट एक्सप्रेस को सप्ताह में केवल 2 दिन और समलेश्वरी एक्सप्रेस को सप्ताह में केवल 4 दिन परिचालन करने की अनुमति रेल प्रशासन ने दी है. दोनों ही ट्रेनो का कोविडकाल से पहले नियमित रूप से परिचालन जगदलपुर से किया जाता था, लेकिन अब रेल प्रशासन (Railway Administration ) के इस नए फैसले से बस्तर वासियों में काफी नाराजगी है और जल्द से जल्द इस फैसले को वापस लेने की मांग बस्तर वासियों ने की है. यही नहीं रेल प्रशासन ने जगदलपुर से विशाखापट्टनम (Jagdalpur to Visakhapatnam) तक चलने वाली नाइट एक्सप्रेस ट्रेन के किराए में भी 65 फीसद की वृद्धि कर दी है.
दो एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन शुरू ट्रेनों के किराए में हुई वृद्धि
कोरोना से उत्पन्न हालात के सामान्य हो जाने के बावजूद बस्तर में ट्रेनें रोकी गई. ट्रेनों को स्पेशल का दर्जा देकर बढ़े हुए किराए के साथ रेल प्रशासन ने परिचालन शुरू कर दिया है. हावड़ा-जगदलपुर के नाम से समलेश्वरी और किरंदुल विशाखापट्टनम स्पेशल ट्रेन के नाम से नाइट एक्सप्रेस दोनों ट्रेन के परिचालन का आदेश जारी किया गया है. ईस्ट कोस्ट रेलवे मंडल मुख्यालय विशाखापट्टनम ने 2 अक्टूबर से नाइट एक्सप्रेस के परिचालन की समय सारणी जारी कर दी है. स्लीपर क्लास के साथ एसी बोगियों में सफर करने वालों को अब लगभग डेढ़ गुना अधिक किराए का भुगतान करना पड़ेगा. जबकि पूरे देश में किसी भी ट्रेन का किराया नहीं बढ़ाया गया है. यही नहीं समलेश्वरी एक्सप्रेस के भी समय सारणी में परिवर्तन करते हुए अब सप्ताह में केवल 4 दिन ही इस ट्रेन का परिचालन जगदलपुर से किया जा सकेगा.
अभी कई ट्रेनों का परिचालन बंद
इधर रेल प्रशासन के इस फैसले से बस्तरवासियों में काफी नाराजगी है. बस्तर वासियों का कहना है कि पहले ही बस्तर रेल सुविधाओं के विस्तार नहीं होने से परेशान हैं. साल 2010 के बाद से लगातार आंदोलन करने के बाद जगदलपुर से 4 यात्री ट्रेनों की सुविधा मिली, लेकिन कोविड काल की वजह से दुर्ग-जगदलपुर एक्सप्रेस को पिछले डेढ़ वर्षो से बंद कर दिया गया है. साथ ही अन्य तीन स्पेशल ट्रेनों के परिचालन पर भी रोक लगा दी गई है.