जगदलपुर: प्रदेश के राजस्व व आपदा मंत्री जयसिंह अग्रवाल की ओर से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी के उपनाम को लेकर की गई टिप्पणी के बाद उलझा मामला सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा है. बीते दिनों शहर के कोर्ट चौक में बीजेपी कार्यकर्ताओं की ओर से मंत्री का पुतला दहन करने के बाद पुलिस ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानकर 15 बीजेपी कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है. वहीं अब तक 9 लोगों की गिरफ्तारी की गई है जबकि अन्य लोग फरार हैं.
इन पर धारा 146, 147, 150 और 250 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है. गुरुवार सुबह से ही पुलिस बीजेपी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी में लगी थी. भाजपा के पदाधिकारियों ने पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध किया है. बोधघाट थाने में पहुंचकर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और धारा 150 हटाने की मांग की.
पुलिस पर आरोप
भाजपा पदाधिकारियों ने कहा कि पुलिस कांग्रेस सरकार के दबाव में आकर बीजेपी कार्यकर्ताओं पर जबरन धारा 150 लगाकर उन्हें जेल में डालना चाह रही है जबकि पुतला दहन के दौरान मौके पर सिर्फ भाजपा के लोग ही मौजूद थे. कार्यकर्ताओं ने किसी भी अन्य लोगों को इस प्रदर्शन में शामिल नहीं किया था. पुलिस लोकतांत्रिक तरीके से कर रहे आंदोलन का हनन करते हुए दबावपूर्वक गलत तरीके से भाजपा के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की गिरफ्तारी की है. भाजपा के पदाधिकारियों ने कहा कि घर में जबरन घुसकर जिस तरह से पुलिस ने ज्यादती रवैया से भाजपाइयों की गिरफ्तारी की है. इसकी भाजपा घोर निंदा करती है.
शांतिपूर्ण तरीके से गिरफ्तार
इधर पुलिस इसे सही कार्रवाई बता रही है. बस्तर के एएसपी संजय महादेवा का कहना है कि पुलिस ने आचार संहिता के उल्लंघन के तहत अपनी कार्रवाई की है और मामले में संलिप्त कार्यकर्ताओं को शांतिपूर्ण तरीके से गिरफ्तार किया गया है. एएसपी ने बताया कि अब तक 9 भाजपाइयों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, जिन्हें कोर्ट भेज दिया गया है. वहीं फरार अन्य कार्यकर्ताओं की भी तलाश पुलिस कर रही है, जिन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. वहीं धारा 150 हटाने की बीजेपी की मांग पर उन्होंने कहा कि इस धारा पर अभी जांच जारी है और जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.