नारायणपुर: पूरे छत्तीसगढ़ में इन दिनों चुनावी बयार बह रही है. प्रदेश के सबसे संवेदनशील संभाग बस्तर में पहले चरण के मतदान के लिए वोटिंग होनी है. पूरे संभाग में वोटिंग को लेकर तैयारियां चल रही हैं. स्थानीय लोगों की क्या मांगे है. ये जानने के लिए ETV भारत की चुनावी चौपाल बस्तर संभाग के नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र पहुंची. यहां स्थानीय मतदाताओं से बात कर उनका मन टटोलने का प्रयास किया कि आखिरकार उनको जनप्रतिनिधि से क्या उम्मीदें है.
मूलभूत समस्या बड़ा मुद्दा: आम लोगों से बात करने के दौरान कुछ नेता भी चौपाल में आए. नेताओं ने क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति के साथ ही विकास की बात कहीं. वहीं, एक महिला वोटर ने कहा कि क्षेत्र के लोग बढ़-चढ़ कर वोट देते हैं. भले ही क्षेत्र संवेदनशील हो लेकिन यहां लोग बढ़ चढ़ कर वोटिंग करते हैं. ताकि जनप्रतिनिधि सही चुना जाए. एक अन्य वोटर ने कहा कि "लोगों को निस्वार्थ होकर वोटिंग करनी चाहिए. बिना किसी प्रलोभन के वोटिंग चाहते हैं. वहीं, क्षेत्र का विकास करने वाला ही जनप्रतिनिधि हमें चाहिए. यहां अधिकतर क्षेत्रों में जल बिजली और पानी की ही समसस्या है. इन समस्याओं से हम छुटकारा चाहते हैं."
100 फीसद चुनाव बड़ी चुनौती: चौपाल में मोजूद एक शख्स ने बताया कि उनके बूथ केंद्रों में 70, 75, 80 प्रतिशत मतदान होता है. इस साल के चुनाव में इसे 100 फीसद करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. साथ ही 80 प्लस उम्र के मतदाताओं तक घर में पहुंचकर मतदान कराने की कोशिश की जा रही है. छत्तीसगढ़ के इस महासंग्राम में महिला मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है. चुनावी चौपाल में महिलाओं ने बताया कि, " संख्या भी अधिक है और महिला मतदाता पुरुष मतदाताओं की अपेक्षा सबसे अधिक मतदान केंद्र भी पहुंचते हैं. महिलाओं को भी और जागरूक किया जा रहा है. ताकि मत प्रतिशत में इजाफा हो सकें.