जगदलपुर: मानसून और नक्सली घटनाओं की वजह से बस्तर में पक्की सड़कों का निर्माण रुक गया है. पीडब्ल्यूडी, आरआरपी और एलडब्ल्यूई के तहत 950 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है. लगभग 700 किलोमीटर लंबी सड़कों का काम पूरा कर दिया गया है, लेकिन बस्तर संभाग के अति संवेदनशील इलाकों में 250 किलोमीटर का सड़क का निर्माण कार्य रुका हुआ है. वहीं अधिकारियों का कहना है कि बारिश के बाद इस काम में तेजी लाई जाएगी. इस रोड को पूरा करने के लिए नक्सली भी बाधा बने हुए है.
बस्तर में नक्सलवाद से निपटने के लिए बस्तर पुलिस 'विकास, विश्वास और सुरक्षा' योजना के तहत लगातार अंदरूनी इलाकों में सड़कों का जाल बिछा रही है. जवानों के सुरक्षा के साए में सड़क का निर्माण कार्य और पुल निर्माण कार्य बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में किया जा रहा है.
दरअसल, 2 साल पहले LWE की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि बस्तर संभाग के सभी जिलों में लगभग 1,500 किलोमीटर तक सड़कों का जाल बिछाया जाना है. केंद्र सरकार से पैसा मिलने के बाद अंदरूनी क्षेत्रों में सड़कों का काम शुरू कर दिया गया. सड़क निर्माण में नक्सली और मानसून बाधक बने हुए है. सड़क निर्माण के दौरान रोड ओपनिंग पार्टी में हमले को लेकर पुलिस पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है. फिलहाल अंदरूनी क्षेत्रों में सड़क निर्माण कार्य रोक दिया गया है.