सहकारी बैंक में कुप्रबंधन बस्तर: बस्तर जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर स्थित तोकापाल जिला सहकारी बैंक का यह पूरा वाक्या है. जहां किसान सुबह से ही अपने खाते से पैसा निकालने के लिए बैंक के सामने बैठे हैं. उन्हें दोपहर के बाद बैंक से पैसा दिया जा रहा है. जिसकी वजह से आसपास की किसानों की बैंक के सामने लंबी कतार लगी हुई है.
बैंक में हमारा पूरा दिन खराब हो जाता है:खाते से पैसा निकालने पहुंचे किसान शंकर कश्यप ने बताया कि "बैंक में 12:00 बजे के बाद विड्रॉल का फॉर्म नहीं दिया जाता है. इसी कारण सभी किसान सुबह से ही बैंक पहुंचते हैं. जहां लाइन में खड़े हो जाते हैं और अपनी बारी का इंतजार करते रहते हैं. लेकिन जब बैंक खुलता है. तब तक किसान भूखे प्यासे बैंक के सामने बैठे रहते हैं. बैंक के कर्मचारी दोपहर 3:00 बजे के बाद ही खाते से पैसा विड्रॉल करने का काम करते हैं. जिसकी वजह से हमारा पूरा दिन खराब हो जाता है."
एक सप्ताह और ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी:जिला सहकारी बैंक शाखा तोकापाल के बैंक मैनेजर रीना चौधरी ने बताया कि "बैंक के सामने किसानों की भीड़ का यह सिलसिला पिछले 2 हफ्ते से जारी है. आगे और एक सप्ताह ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी. इसके पीछे का कारण यह है कि इन दिनों सभी किसानों के खाते में फसल का पैसा डला हुआ है. जिसे निकालने के लिए किसान बैंक पहुंच रहे हैं. पैसा बैंक में दो बजे का बाद पहुंचता है. जिसकी वजह से कैश के वितरण में देरी हेती है."
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किसान किसी और दिन अगला किस्त निकालने की योजना बनाएं:जिला सहकारी बैंक शाखा तोकापाल के बैंक मैनेजर रीना चौधरी ने आगे बताया कि "दरअसल तोकापाल में यह गाड़ी 3:00 बजे के आसपास पहुंची है. जिसके बाद से किसानों को पैसा लिमिट में दिया जा रहा है. यदि किसान भी यह सोचने लगे कि आज हमने बैंक से कैश निकाला है. अगला क़िस्त किसी और दिन निकालने की योजना तैयार करें. ताकि बैंक के सामने भीड़ कम हों."