जगदलपुर:विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के सरकार से हटते ही बीजेपी फुल एक्शन मोड में है. पूर्व की कांग्रेस सरकार पर लगातार बीजेपी भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही है. बीजेपी के नेता भी लगातार कह रहे हैं कि जिसने भी भ्रष्टाचार किया है उसकी जांच होगी. ताजा मामला नगर निगम के दफ्तर से जु़ड़ा है जहां महापौर की निधि फाइल गायब हो गई है. गायब फाइल को जहां खोजने की कवायद शुरु हो गई है वहीं फाइल गायब होने के पीछे अब भ्रष्टाचार का भी मुद्दा उठने लगा है.
जगदलपुर नगर निगम कार्यालय से महापौर निधि की फाइल हुई गायब - Mayor fund file missing
जगदलपुर नगर निगम के दफ्तर से महापौर निधि की फाइल गायब हो गई है. गायब फाइल को खोजने के लिए अधिकारी और कर्मचारी रात दिन लगे हैं. कहा जा रहा है कि फाइल गायब होने के पीछे कहीं भ्रष्टचार तो वजह नहीं है.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Jan 8, 2024, 7:53 PM IST
महापौर निधि की फाइल गायब: आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर संभाग के एक मात्र जगदलपुर नगर निगम में निगम की सभापति कविता साहू के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. बीजेपी पार्षदों ने सभापति के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत भी की है. बीजेपी ने उनके कराए कामों की समीक्षा भी करानी शुरु कर दी है. सभापति के काम की समीक्षा शुरु होते ही सबसे पहले महापौर निधि की फाइल ही गायब मिली जो सवा करोड़ लागत की है. ऐसे में निगम में निर्माण कार्यों की लापरवाही पर सवाल उठना लाजिमी है. और शहर में चर्चा भी है कि नगर निगम में निर्माण कार्यो में भारी भ्रष्टाचार हुआ है.
भ्रष्टाचार के उठे सवाल: नगर निगम आयुक्त हरेश मंडावी ने बताया कि निर्माण कार्यों की समीक्षा की जा रही है. समीक्षा में पार्षद निधि, अन्य निधि और महापौर निधि की समीक्षा की गई. महापौर निधि की समीक्षा के संबंधित इंजीनियर ने कहा कि कुछ कामों के दस्तावेज प्राप्त नहीं हुए हैं. जब पुराने इंजीनियर से फाइल मांगी गई. तब उन्होंने कहा कि कुछ फाइल उनके पास है और कुछ नहीं है. जिस पर आयुक्त ने इंजीनियर को नोटिस जारी किया है. और 7 दिनों के भीतर जवाब मांगी है. यदि 7 दिनों के भीतर संतुष्ट जवाब नहीं मिलने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.