जगदलपुर: चित्रकोट विधानसभा उपचुनाव प्रचार के दौरान सभी दलों के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. अपने बयानों से विवादों में रहने वाले मंत्री कवासी लखमा ने फिर एक बार बड़ा बयान दिया है. इस बयान के बाद से वे विपक्ष के निशाने पर हैं.
आबकारी मंत्री लखमा ने अपने गृहग्राम में जात्रा पूजा के दौरान कहा कि 'पिछले 12 सालों से उनके विधानसभा क्षेत्र के नागारास में जात्रा के दौरान भैंस की बलि की प्रथा बीजेपी सरकार के चलते बंद हो गई थी. इसे अब दोबारा शुरू किया जाएगा. आज भी मैं उस बात पर कायम हूं. हिंदुस्तान के कई जगह जैसे असम और नेपाल में बलि दी जाती है, इसे कौन रोकेगा. ये आस्था का त्योहार है. क्योंकि बस्तर में आदिवासियों के त्योहार और जात्रा के दौरान बलिप्रथा प्रचलित है, जिसमें मुर्गा और बकरों की बलि दी जाती है. ये आदिवासियों के संस्कृति का एक हिस्सा है.'