जगदलपुर: बस्तर के जेलों में बंद निर्दोष आदिवासियों पर सियासी संग्राम छिड़ा है. एक ओर जहां सामाजिक कार्यकर्ता और आप नेताओं ने निर्दोष आदिवासियों को रिहा करने की मांग को लेकर पैदल मार्च शुरू कर दिया है तो दूसरी ओर इस मामले में अब बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री केदार कश्यप भी कूद पड़े हैं.
पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि 'आदिवासियों को बीजेपी ने जेल में बंद नहीं किया है, बल्कि पुलिस विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों और एसडीएम ने उन्हें बंद किया है. इसलिए आदिवासी प्रताड़ना की कार्रवाई उन जिम्मेदार अधिकारियों पर होनी चाहिए ना कि बीजेपी सरकार पर आरोप लगने चाहिए.' इस पूरे मामले में उन्होंने बीजेपी की पूर्व सरकार का बचाव किया है. और निर्दोष आदिवासियों को जेल में बंद करने का पूरा ठीकरा प्रशासनिक अधिकारियों पर फोड़ दिया.