Jagdalpur Bandh: मणिपुर की घटना को लेकर जगदलपुर बंद, सर्व आदिवासी समाज ने मोदी सरकार पर साधा निशाना - राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
Jagdalpur Bandh मणिपुर हिंसा और महिलाओं के साथ हुए अनैतिक कृत्य को लेकर बस्तर बंद का आहवान सर्व आदिवासी समाज ने किया. इसका असर जगदलपुर में भी देखने को मिला. जगदलपुर में सभी दुकानें बंद रही.
मणिपुर की घटना को लेकर जगदलपुर बंद
By
Published : Jul 24, 2023, 4:32 PM IST
|
Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
जगदलपुर :मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ क्रूरता के बाद छत्तीसगढ़ में भी आदिवासी समाज आक्रोशित है.बस्तर संभाग में सर्व समाज ने एक दिवसीय बंद का आह्वान किया है.सोमवार सुबह से ही व्यापारियों ने बंद को समर्थन देते हुए अपनी प्रतिष्ठानें बंद रखी.
इसके बाद सर्व आदिवासी समाज के लोगों ने शहर में रैली निकालकर शराब दुकानों को बंद कराया.इस दौरान केंद्र और मणिपुर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
''मणिपुर की घटना बेहद ही निंदनीय है. इस कारण आज रैली निकालकर जगदलपुर बंद कराया गया है. इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी देश के जिम्मेदार विदेश यात्रा करते हैं. इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार को जवाब देना पड़ेगा. क्योंकि यह सरकार केवल बेटी बहनों के लिए बड़ी बड़ी बातें करती है. शायद उनके घरों में बेटी और बहनें नहीं है. इस कारण से सरकार जवाब नहीं दे रही है.'' रीना नाग, प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारियों की मानें तो बस्तर में महिला के साथ हुई मारपीट और बिना कपड़ों की परेड का जो वीडियो है,वो बेहद शर्मनाक है.बेटी, बहनों के साथ जो ऐसा करते हैं उन्हें तत्काल सजा मिलनी चाहिए.
'' 4 मई को मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ निंदनीय कृत्य किया गया है. उसके बावजूद भी मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है. इसके साथ ही देश मे की राष्ट्रपति भी एक आदिवासी महिला है. आखिर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आरएसएस का डर है या भाजपा का डर है. जिन्होंने इस घटना पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.'' रुकमणी कर्मा, महिला प्रकोष्ठ, सर्व आदिवासी समाज
आपको बता दें कि बीते दिनों मणिपुर का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था.जिसमें दो महिलाओं के शाद बदसलूकी की गई. दो महिलाओं को नंगा कर उनकी परेड कराई गई. फिर गैंगरेप के बाद महिलाओं के परिवार को मार डाला गया. इस घटना के बाद से पूरे देश में उबाल है. इसी के विरोध में सर्व आदिवासी समाज ने विरोध प्रदर्शन किया है.