बस्तर:छत्तीसगढ़ का बस्तर संभाग... ये अपने अंदर प्राकृतिक खूबसूरती को समेटे हुए है. हालांकि लोग यहां जाने से कतराते हैं. क्योंकि ये संभाग नक्सल प्रभावित है. आये दिन यहां नक्सलियों के आतंक को लोग झेलते हैं. कई बच्चों को यहां के नक्सलियों ने अनाथ कर दिया है. ऐसे बच्चों में कुछ तो बिखर जाते हैं तो कुछ निखर जाते हैं. दरअसल हम बात कर रहे हैं बस्तर की उस बेटी की, जिसके सिर से पिता का साया बचपन में ही छीन लिया गया था. नक्सलियों ने बस्तर की इस बेटी के पिता को उस वक्त मौत के घाट उतार दिया था. जब वो काफी छोटी थी.
आज बस्तर की वहीं बेटी मिस इंडिया बनकर देश का नाम रौशन कर रही है. जिले के एक छोटे से गांव में पली लिपि मेश्राम ने हाल ही में गोवा में आयोजित ग्लैमरस स्टूडियो प्रतियोगिता में मिस इंडिया का खिताब जीता है. लिपि मेश्राम बस्तर की पहली ऐसे ही युवती हैं, जिसने इतनी कम उम्र में सुपरमॉडल मिस इंडिया का खिताब जीता (Bastar daughter Lipi Meshram Miss India ) है. लिपि के पिता साल 2009 में लौंहडीगुड़ा गांव में ही नक्सलियों के हिंसा का शिकार हुए थे, घर के सामने ही नक्सलियों ने उनके पिता की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
लेकिन अपने पिता के सपने को साकार करने और कुछ कर दिखाने की ललक के कारण लिपि मेश्राम ने पढ़ाई के साथ-साथ मॉडलिंग शो में हिस्सा लिया और हाल ही में गोवा में आयोजित ग्लैमरस कॉन्टेस्ट प्रतियोगिता में देश भर से आए सारे कंटेस्टेंट्स को मात देते हुए पहली विजेता बनी.
ऐसे जीता मिस इंडिया का खिताब
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान लिपि मेश्राम ने बताया कि, अच्छे मुकाम पर पहुंचने के लिए सोच होनी जरूरी है. मैंने भी ऐसा ही एक ख्वाब देखा था. इसे पूरा करने की जी तोड़ मेहनत की. लिपि ने बताया कि, बस्तर के ग्रामीण अंचल से उठकर शहरी माहौल में जाना ही पहले भारी लगा. इसके बाद परिवार और दोस्तों के सहयोग से उनका हौसला बढ़ा और अपना मुकाम पाने को वो भिलाई पहुंची. भिलाई में ग्लैमरस स्टूडियो से जुड़कर अपने ख्वाब को लिपि ने बुनना शुरू किया. सभी का मार्गदर्शन मिला तो ब्यूटी कॉम्पिटिशन में शामिल होने की राह खुली. सलाह लेकर इस राह पर पूरे हिम्मत और लगन से निकल पड़ी. लिपि कहती हैं कि, इस कॉम्पिटिशन में 4 राउंड पास करने के बाद उन्हें गोवा आने का निमंत्रण मिला. गोवा में इस कॉन्टेस्ट का आयोजन हुआ. इसमें 4 दिनों तक इस कॉन्टेस्ट में कई सारी प्रतियोगिता हुई और इसमें एक के बाद एक प्रतियोगी को पीछे छोड़ते हुए उन्होंने अपनी छाप जजों पर छोड़ी और मिस इंडिया का खिताब जीता.