जगदलपुर: बस्तर जिले में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है. क्वॉरेंटाइन सेंटर के बाद अब शहरी इलाकों में भी लगातार कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. यही वजह है कि जगदलपुर शहर को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. इधर कोरोना की चपेट में आम लोगों के साथ-साथ जिला प्रशासन के बड़े अधिकारी एसडीएम, स्टेनो और जिला सत्र न्यायालय के क्लर्क भी आ गए हैं. वहीं जिले में अब तक कोरोना के 70 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जिसकी वजह से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.
इसके अलावा पुलिस विभाग के आधा दर्जन से अधिक कर्मचारी, महारानी अस्पताल और डिमरापाल मेडिकल कॉलेज, कोविड-19 अस्पताल के स्टॉफ कोरोना संक्रमित हो गए हैं. इधर इनके संपर्क में आए बस्तर कलेक्टर, एसपी, सीएसपी, कोतवाली थाना प्रभारी, परपा थाना प्रभारी समेत 5 से अधिक प्रशासनिक अधिकारी क्वॉरेंटाइन में है. आलम यह है कि शहर के तीन थाने, जिला सत्र न्यायालय, जिला कलेक्ट्रेट और शहर के महारानी अस्पताल को सील कर दिया गया है. शासकीय कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हो गया है.
कलेक्ट्रेट को सील कर दिया गया
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक अब पिछले कुछ दिनों से जगदलपुर शहर से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. इनके संपर्क में आए सभी लोगों की जानकारी जिला प्रशासन ने जुटाई जा रही है. इधर टेस्ट के दौरान अधिकतर लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रहे हैं. वहीं जिला कलेक्ट्रेट को सील कर दिए जाने से बस्तर कमिश्नर कार्यालय से जिला कलेक्ट्रेट के कामकाज का संचालन किया जा रहा है.