जगदलपुर: छत्तीसगढ़ की बस्तर पुलिस ने गांजा तस्करों के खिलाफ बीते तीन सालों में बड़ी कार्रवाई की है. साल 2020 से अबतक बस्तर पुलिस ने 145 मामलों में 249 तस्करों से कुल 12 हजार 800 किलो गांजा जब्त किया है. इसकी कीमत 6 करोड़ 25 लाख 30 हजार रुपये आंकी गई है. पिछले 3 सालों में मादक पदार्थ तस्करी के 145 प्रकरण बनाये गए हैं. बस्तर के 7 चेक पोस्ट से पुलिस ने बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ जब्त किया है.
नक्सलगढ़ के रास्ते गांजा तस्करी बस्तर पुलिस के लिए गांजा तस्करी बड़ी चुनौती: दरअसल हर साल बड़ी मात्रा में छत्तीसगढ़ से लगे ओडिशा राज्य से गांजा की तस्करी बस्तर के रास्ते अन्य प्रदेशों में की जाती है. इसकी धरपकड़ के लिए बस्तर पुलिस अभियान चलाती है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर में नक्सल विरोधी अभियान के साथ-साथ गांजा की तस्करी को रोकना पुलिस के लिए बड़ी जिम्मेदारी होती है. हर साल अंतरराज्यीय गिरोह के तस्कर बस्तर के रास्ते ही अन्य प्रदेशों में गांजा की बड़ी खेप की तस्करी करते हैं. इसे रोकने के लिए पुलिस हमेशा मस्तैद रहती है.
लग्जरी वाहन से होती है गांजा तस्करी: बीते तीन सालों में इतनी बड़ी मात्रा में पुलिस ने अंतरराज्यीय तस्करों से गांजा जब्त किया है. 249 आरोपियों को भी धर दबोचा है. इसके अलावा गांजा तस्करी के लिए इस्तेमाल की गई 150 से भी अधिक गाड़ियां जब्त की गई है. पुलिस ने आरोपियों से कई लग्जरी वाहन जब्त किए हैं.
क्या कहती है बस्तर पुलिस: सीएसपी हेमसागर सिदार ने बताया कि ''साल 2022 के अलावा आने वाले समय में भी बस्तर पुलिस इन बड़े अंतरराज्यीय गिरोह के तस्करों को धर दबोचने में पूरी मुस्तैदी से काम करेगी. तस्करी को रोकने चेक पोस्ट नाके के अलावा अलग से टीम भी गठित की जाएगी ताकि पूरी तरह से इस नशे के कारोबार पर लगाम लगाया जा सके.'' नारकोटिक्स एक्ट के तहत इस मादक पदार्थ को प्रोटोकॉल के नियम का पालन करते हुए नष्ट किया जाएगा. फिलहाल बस्तर पुलिस अभियान चलाकर गांजा तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है.
सूचना तंत्र मजबूत करने में जुटी बस्तर पुलिस: सबसे ज्यादा गांजा तस्कर के मामले नगरनार थाना में दर्ज हैं. नगरनार थाना ओडिशा से लगा हुआ है. यही वजह है कि सबसे ज्यादा तस्करों पर नगरनार थाना अंतर्गत ही कार्रवाई की गई है. बस्तर पुलिस अपने सूचना तंत्र को और मजबूत करने की कोशिश कर रही है ताकि बस्तर के रास्ते एक भी मादक पदार्थ की गाड़ी दूसरे राज्यों में ना जा सके. कई बार ऐसा हुआ है कि नगरनार थाने को पार कर रायपुर राज्य मार्ग में स्थित भानपुरी थाना और बस्तर थाना में गांजे के मामले पकड़े गए हैं.