जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में शुक्रवार को मालगांव की छुई खदान में बड़ा हादसा हो गया था. जगदलपुर से 11 किलोमीटर दूर ग्राम मालगांव में चूना पत्थर की खदान अचानक धंस गई. इस हादसे की चपेट में आने से अब तक छह लोगों की मौत हो गई है. खदान में मारे गए 5 ग्रामीणों का शनिवार को अंतिम संस्कार किया गया जबकि एक ग्रामीण के ईसाई होने की वजह से उसे दफनाया गया.
5 ग्रामीणों का अंतिम संस्कार:जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है और ग्रामीणों को मनाने की कोशिश भी कर रही है. बस्तर के पूर्व सांसद दिनेश कश्यप भी मौके पर ग्रामीणों को ढांढस बांधने पहुंचे और मृतकों को कंधा दिया. बस्तर एसपी सहित प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे. गांव के ही श्मशान में मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया. जबकि एक को दफनाया गया.
बच्चों के सर से उठा मां बाप का साया:दरअसल शुक्रवार को खदान धंसने के साथ इतनी धूल खदान में भर गई कि इसमें फंसे लोग ठीक तरह से सांस भी नहीं ले पाए. रेस्क्यू में 2 घंटे से अधिक का वक्त भी लगा. जिसकी वजह से खदान में फंसे लोगों की दम घुटने से मौत हो गई. गांव में हादसे के बाद से सन्नाटा पसरा हुआ है. एक ही परिवार में दो महिलाओं की मौत हुई है. जबकि अन्य लोगों के परिवार में छोटे बच्चे मौजूद हैं. इन परिवारों में मौजूद लगभग 15 बच्चों के सिर से मां बाप का साया उठ गया है.
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हादसे पर सियासत: बस्तर के पूर्व सांसद दिनेश कश्यप ने कहा है कि "बस्तर के सांसद और विधायक को इस दुःख की घड़ी में साथ होना चाहिए. जब पूर्व सांसद घटना की जानकारी लगने के बाद आ सकते हैं तो बस्तर की जनता ने जिसे चुना है वो भी आ सकते हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री को मुआवजा राशि 4 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपये करना चाहिए.''