बस्तर में नेशनल स्कूल तलवारबाजी प्रतियोगिता, 18 राज्यों की टीमों में मुकाबला - 18 राज्यों की टीम पहुंची बस्तर
Bastar fencing competition: बस्तर में पहली बार राष्ट्रीय शालेय स्पर्धा में तलवारबाजी हो रही है. इसमें 18 राज्यों की टीम पहुंची है. 17 जनवरी को इस प्रतियोगिता का समापन होगा.
जगदलपुर:बस्तर संभाग में पहली बार राष्ट्रीय शालेय स्पर्धा में तलवारबाजी प्रतियोगिता हो रही है. 14 जनवरी से शुरू हुई इसकी शुरुआत हो चुकी है. शिक्षा विभाग ने धरमपुरा नवनिर्मित क्रीड़ा परिसर में इस खेल को आयोजन किया है. इस प्रतियोगिता में देशभर के खिलाड़ियों के लिए रहने और खाने की खास व्यवस्था की गई है. प्रतियोगिता में कुल 18 राज्यो की टीमें भाग लेने पहुंची है जिनमें कुल खिलाड़ियों की संख्या 400 से 450 हैं.
24 खिलाड़ी ले रहे हिस्सा: बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ से 24 खिलाड़ी इस स्पर्धा में भाग ले रहे हैं, जिसमें 12 लड़के और 12 लड़कियां है. बस्तर के लिए यह बिल्कुल नया खेल है. यही कारण है कि बस्तर से एक भी खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में भाग नहीं ले रहा है. तलवारबाजी ओलंपिक की ओर से मान्यता प्राप्त खेल है.
फेंसिंग प्रतियोगिता आयोजित किया गया है जिसमें 18 राज्यों की टीम भाग ली है. इसमें सबसे दूर मणिपुर के खिलाड़ी बस्तर पहुंचे हैं. यह खेल बस्तर से अछूता रहा है. इस कारण बस्तर में इसका आयोजन किया गया है. -अखिलेश कुमार यादव, टूर्नामेंट डायरेक्टर
ये है खेल का प्रोसेस:तलवारबाजी में तीन इवेंट होते हैं. जिसमें पहले एपे, दूसरा सेवर और तीसरा फाइल शामिल है. एपे में सबसे भारीवेपन का उपयोग किया जाता है. इसमें विरोधी खिलाड़ी को फुल बॉडी एरिया पर टारगेट करना होता है. सेवर में हाफ जैकेट और हेड और फाइल में सर के नीचे के हिस्से पर वार करना होता है. इसमें जैकेट एरिया को भी वैध माना जाता है. जिसमें खिलाड़ियों को अंक प्राप्त होता है. रायपुर से पहुंची हुई टीम ने बस्तर में हुई व्यवस्थाओं की तारीफ करते हुए बस्तर के फूड की भी तारीफ की है. साथ ही बस्तर के खिलाड़ियों में काफी जज्बा होने की बात कही. खेल के लिए बस्तर में काफी स्कोप है. इस प्रतियोगिता का समापन 17 जनवरी को होगा. उसी दिन विजेताओं की घोषणा भी कर दी जाएगी.