बस्तर:बस्तर के किसान भी अब राष्ट्रीय कृषि बाजार में अपनी उपज आसानी से भेज सकेंगे. इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए संयुक्त प्लेटफार्म में ऑनलाइन पंजीकृत होने के लिए बस्तर के 160 किसानों ने रुचि दिखाई है. एशिया में इमली का बाजार बस्तर से शुरू होता है और करोड़ों रुपए की इमली, मक्का और वनोपज जैसे अन्य उत्पाद राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक सप्लाई होते हैं. ऐसे में ऑनलाइन नेटवर्क से जुड़ने से किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा होगा और बिचौलियों से होने वाले नुकसान से किसान भी बचेगे.
बस्तर के किसान राष्ट्रीय कृषि बाजार में बेच सकेंगे अपना उपज
बस्तर के किसान राष्ट्रीय कृषि बाजार में उपज बेच सकेंगे. ऐसे में ऑनलाइन नेटवर्क से जुड़ने से किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा होगा और बिचौलियों से होने वाले नुकसान से किसान भी बचेगे.
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केंद्र सरकार किसानों का मुनाफा बढ़ाने के लिए विशेष योजना के तहत राष्ट्रीय स्तर पर इस प्लेटफार्म को शुरू कर रही है, जिससे देश या दुनिया में कहीं से भी किसी भी उपज का दाम आसानी से जाना जा सकेगा. यह खरीदी बिक्री पूरी तरह से सुरक्षित रहे और किसानों को किसी तरह की असुविधा या ठगी का सामना न करना पड़े. इसके लिए मंडियों के जरिए किसान ऑनलाइन ट्रेडिंग कर सकेंगे. इसके लिए सुरक्षित तरीकों के प्लेटफार्म भी उपलब्ध कराए गए हैं. जिससे लेनदेन के रिकॉर्ड रखे जा सके. हर साल बस्तर से बड़ी मात्रा में विभिन्न क्षेत्र में अलग-अलग राज्यों को सप्लाई की जाती है, जिसमें अमचूर से लेकर वन औषधियां इमली प्रमुख है. अब सभी उपज का फायदा सीधे किसान पा सकेंगे.