जगदलपुर: बस्तर की प्राणदायिनी इंद्रावती नदी को बचाने के लिए इंद्रावती जनजागरण अभियान के तहत राज्य स्थापना दिवस के दिन सांकेतिक ध्यानाकर्षण सत्याग्रह का आयोजन किया गया. लोग सुबह 7 बजे से 9 बजे तक आयोजित इस जल सत्याग्रह के माध्यम से इंद्रावती नदी को बचाने के लिए सरकार का ध्यानाकर्षण किया. साथ ही आज से मंच के लोगों ने तीसरे चरण के लिए आंदोलन की शुरुआत कर दी है.
जगदलपुर: इंद्रावती नदी को बचाने के लिए जल सत्याग्रह
इंद्रावती जनजागरण अभियान के तहत जगदलपुर में लोगों ने जल सत्याग्रह की शुरुआत कर दी है. ताकि सरकार का ध्यान इंद्रावती की दुर्दशा पर पड़ सके.
इंद्रावती नदी बचाओ मंच के सदस्यों ने नदी के पानी में जाकर जल सत्याग्रह किया. मौके पर मंच के सदस्यों ने कहा कि इस सत्याग्रह के माध्यम से शासन का ध्यानाकर्षण करना है, जिसमें सरकार ने प्राधिकरण गठन की घोषणा की थी, लेकिन आज तक इस मामले में कोई काम शुरू नहीं किया गया है. लोगों ने कहा कि, छत्तीसगढ़ सरकार की घोषणा के 6 महीने बाद भी मामले में न तो अधिकारियों की नियुक्ति हुई है और न ही प्राधिकरण का गठन किया गया है. ऐसे में सरकार का इस ओर ध्यानाकर्षण के लिए इंद्रावती नदी में जल सत्याग्रह किया गया.
सरकार ने नहीं की कोई पहल
इसके अलावा मंच के सदस्यों ने कहा कि, आज से इंद्रावती नदी बचाओ मंच ने तीसरे चरण के लिए आंदोलन की शुरुआत भी कर दी है. अब लगातार इंद्रावती को बचाने के लिए अलग-अलग तरीके से सांकेतिक धरना-प्रदर्शन और आंदोलन किया जाएगा. सदस्यों ने कहा कि शुरुआत में प्रदेश में बने नए सरकार ने तत्परता दिखाते हुए इंद्रावती विकास प्राधिकरण के गठन करने की घोषणा तो की थी, लेकिन इस पर अब तक कोई पहल नहीं किया जा सका है. ऐसे में जल्द से जल्द सरकार कोई कारगर कदम उठाए इसलिए राज्य स्थापना दिवस के दिन ध्यानाकर्षण जल सत्याग्रह का आयोजन किया गया है.