जगदलपुर:चक्रवाती तूफान 'गुलाब' (Cyclone Gulaab) ने बस्तर में जमकर तबाही मचाई है. बस्तर ब्लॉक (Bastar Block) के तालुर गांव (Talur Village) में सोमवार शाम 29 एकड़ में खड़ी केले की फसल को पूरी तरह से तूफान ने तबाह कर दिया. इस तूफान के कारण किसान उमेश कुमार गुप्ता (Farmer Umesh Kumar Gupta) को लगभग 20 लाख रुपए का नुकसान हुआ है. किसान ने अपने 29 एकड़ कृषि भूमि में 7 महीने पहले केला के पौधे (Banana Plants) लगाए थे. सभी पेड़, केला और फल से लदे थे और दीपावली के फलों को काटने की योजना थी, लेकिन सोमवार शाम सूरज ढलते ही समुद्री चक्रवाती तूफान गुलाब ने तालूर गांव में भी जमकर कहर बरपाया. जिसके चलते केला के हजारों पेड़ उखड़ गए.
चक्रावाती तूफान से फल लदे केले के पेड़ गिरे
जगदलपुर शहर (Jagdalpur City) से लगभग 35 किलोमीटर दूर तालूर गांव में किसान ने केले की फसल लगाई थी. उनकी 29 एकड़ कृषि भूमि में केले के पौधे 7 महीने पहले लगाए थे. मंगलवार सुबह जब किसान उमेश गुप्ता अपने खेत पहुंचे तो तबाही देख कर सिर पीट लिया. किसान उमेश गुप्ता ने बताया कि लगभग 62 लाख रुपए खर्च कर 29 एकड़ में देसी प्रजाति के लगभग 32 हजार केले के पौधे उन्होंने रौपे थे. सभी पेड़ों पर केला फल लद चुके थे.
लगभग एक महीने बाद दीपावली के पूर्व 'केला घेरों' को काटने की योजना थी, लेकिन सोमवार शाम आए चक्रवाती तूफान के कारण उन्हें बड़ा नुकसान हुआ है. फल लगे लगभग 12 हजार केला के वृक्ष धराशायी हो गए हैं. तेज हवा और बरसात के चलते केले की कच्ची फसल भी किसी काम की नहीं रह गई है. किसान ने बताया उन्हें इस चक्रवाती तूफान की वजह से लगभग 20 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.