जगदलपुर: बस्तर जिले में बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने कोरोना टेस्टिंग की क्षमता बढ़ा दी है. शहर के 48 वार्डों के साथ ग्रामीण अंचलों के लिए भी टीम गठित की गई है. जो ग्रामीणों का सर्वे कर स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ कोरोना के लक्षण दिखने पर टेस्टिंग का भी काम कर रही है. इसके साथ कोरोना से बचने के लिए लोगों को जागरूक भी कर रही है.
शहर और गांवों में किया जा रहा जांच बस्तर कलेक्टर ने बताया कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिले में टेस्टिंग की क्षमता 3 गुना बढ़ा दी गई है. शहर के 48 वार्डों के साथ ग्रामीण अंचलों के लिए 433 टीम का गठन किया गया है. जिनमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, शिक्षक-शिक्षिका और स्वास्थ्य विभाग का एक कर्मचारी शामिल हैं. यह टीम घर-घर जाकर लोगों का सर्वे कर कोरोना के लक्षण दिखने पर उनकी जांच कर रही है.
लगातार किया जा रहा कोरोना जांच जांच के लिए नहीं होना पड़ेगा परेशान
कलेक्टर ने कहा कि डिमरापाल अस्पताल के लैब में भी टेस्टिंग की क्षमता बढ़ा दी गई है. जिससे अब लोगों को कोरोना जांच के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा. कलेक्टर ने बताया कि अस्पताल में लैब ठीक हो जाने की वजह से अब वहां टेस्टिंग की क्षमता भी बढ़ा दी गई है. ऐसे में अब पूरे जिले में ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच होगी. इसके लिए पूरी तरह से जिला प्रशासन मुस्तैद है और टीम के माध्यम से सर्वे कर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ कोरोना के लक्षण दिखने पर उनकी जांच भी कर रही है. इसके अलावा कलेक्टर ने बताया कि इस अभियान की शुरुआत भी कर दी गई है. आज शहर के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में तेजी से यह टीम सक्रिय होकर अपना कार्य कर रही है और सर्वे रिपोर्ट संबंधित विभाग को सौंप रही है.