बस्तर :छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मुद्दे पर मचे बवाल के बाद राज्य सरकार के रासुका लगाए जाने से नाराज भाजपा पूरे प्रदेश भर में इसे लेकर प्रदर्शन कर रही है. रासुका लगाने को लेकर जमकर बवाल मचा है. वहीं नेताओं के बीच जुबानी जंग भी जारी है. बुधवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ में लगाए गए रासुका पर सवाल उठाए थे. जिस पर सीएम भूपेश बघेल ने पलटवार किया है.
रमन सिंह पर सीएम भूपेश का पलटवार :सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि '' 10 बार खुद भाजपा रासुका लगा चुकी है, वो क्या सवाल उठाएंगे. उत्तर प्रदेश में छात्र परीक्षा देंगे तो उस पर रासुका, नकल करते पकड़े जाएंगे तो उस पर रासुका, और वहां मौजूद उस टीचर की संपत्ति जब्त करने रासुका.पहले रमन सिंह भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में देख ले उसके बाद रासुका पर बयानबाजी करें.''
छत्तीसगढ़ में नहीं हो रहा धर्मांतरण :इसके अलावा धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि '' सबसे ज्यादा धर्मांतरण बीजेपी के शासनकाल में हुए हैं. सबसे ज्यादा चर्च भी मुख्यमंत्री रमन सिंह के कार्यकाल में बने हैं . प्रदेश में कहीं धर्मांतरण नहीं हो रहा है. सरकार को जो धर्मांतरण को लेकर 16 शिकायतें मिली थी. उसमें जांच के दौरान 8 शिकायतों पर सख्ती से कार्यवाही की गई है. वहीं अन्य 8 शिकायत गलत पाए गए. भाजपा इसे मुद्दा बना रही है. जो भी धर्मांतरण कराएगा उसके खिलाफ सख्ती से कानूनी कार्यवाही की जाएगी. लेकिन कानून हाथ में लेने का किसी को भी अधिकार नहीं है. जो भी कानून हाथ में लेगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह जो कोई भी हो.''
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क्या था रमन सिंह का रासुका पर बयान : पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा था कि ''धर्मांतरण का विरोध करने वालों पर रासुका लगाना प्रदेश में भय पैदा करने जैसा है, राज्य सरकार ऐसा करके एक प्रकार से धर्मांतरण को बढ़ावा देने का काम कर रही है.नारायणपुर की घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रासुका लगाकर भय का वातावरण बनाने की कोशिश की है.अपनी संस्कृति और आस्था की रक्षा करने के लिए आदिवासी किसी कानून और जेल से डरने वाले नहीं हैं.''