जगदलपुर:बस्तर में सरकारी बंदिश के बाद भी इस बार धान के अवैध खरीदी बिक्री और परिवहन का खेल जमकर हुआ है. बीते 2 महीने में अवैध धान खरीदी के 96 केस सामने आए हैं. इन मामलों में परिवहन में उपयोग किए गए 15 वाहनों सहित 87 लाख 67 हजार का 3 हजार 507 क्विंटल धान जब्त किया गया है. पुलिस की मुस्तैदी के बाद भी अवैध खरीदी बिक्री के केस सामने आए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि बस्तर संभाग में अवैध धान प्रकरण को रोकने के लिए जांच नाके के साथ ही चौकी बनाई गई थी. लगातार चल रही जांच के कारण इस साल पड़ोसी राज्य ओडिशा का धान बस्तर संभाग के धान खरीदी केंद्र तक नहीं पहुंच पाया. गड़बड़ियों की संभावना को देखते हुए राज्य शासन ने किसानों के टोकन के साथ खलिहान में भंडारण धान का भी सत्यापन कराया गया.
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कांकेर जिले में अवैध धान बिक्री के सबसे अधिक मामले
बस्तर संभाग में अवैध धान परिवहन के सबसे ज्यादा मामले कोंडागांव जिले से सामने आए हैं. यहां से अवैध परिवहन के 24 मामले सामने आए हैं. संभाग में धान खरीदी में होने वाली गड़बड़ी को रोकने 347 अफसरों को तैनात किया गया था. बावजूद इसके बस्तर संभाग में 96 मामले सामने आए. इधर जब्त कुछ वाहनों को विभाग राजसात करने की तैयारी में है. अवैध परिवहन के मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार था. जमानत के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया है.
बस्तर संभाग के जिलों में अवैध धान परिवहन के मामले
- कांकेर में 7 प्रकरण आए सामने
- बस्तर में 7 प्रकरण
- बीजापुर में 1 प्रकरण
- नारायणपुर में 3 प्रकरण
- सुकमा में 7 मामले दर्ज किए गए
- दंतेवाड़ा में एक भी मामला सामने नहीं आया है.
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कुल 15 गाड़ियां हुईं जब्त
इन सभी मामलों में अधिकारियों ने अब तक 15 गाड़ियों को जब्त किया है. इसमें से सबसे ज्यादा गाड़ी बस्तर जिले से जब्त की गई है. बस्तर से 6 गाड़ियों को जब्त किया गया है. जबकि बीजापुर में 1 सुकमा और कांकेर में 2-2, वही कोंडागांव में 4 गाड़ियां जब्त हुई हैं.