जगदलपुर : प्रधानमंत्री आवास की राशि नहीं देने के विरोध में बीजेपी कार्यकर्ता जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन के कार्यालय का घेराव करने पहुंचे. पार्टी के प्रमुख नेताओं ने बैरिकेडिंग तोड़कर विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस के साथ बीजेपी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच झूमा झटकी भी हुई. इसके साथ ही बीजेपी और स्थानीय ग्रामीणों ने जनता का हक मारने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी भी की. हालांकि प्रदर्शनकारियों को विधायक कार्यालय से 100 मीटर दूर रोकने में पुलिस कामयाब हो गई.
''पीएम आवास की राशि रोककर प्रदेश सरकार ने किया छल'' : प्रदर्शन करने पहुंचे महिला हितग्राही रेशमा नाग ने बताया कि '' हमारे लिए निःशुल्क घर का आवास का योजना बना था. उसे रोक दिया गया है. सरकार के लिए आवास के लिए आया राशि उन तक नहीं पहुंच पाया है. भूपेश बघेल सरकार बनने से पहले उनसे वादा किए थे लेकिन सरकार बनने के बाद गरीबों का हक मारकर बैठे हैं. गरीब कहां जाएगा किसके आगे गुहार लगाने जाएगा. हम पूरे गरीब का अधिकार मांगने के लिए यहां आए हैं. प्रधानमंत्री आवास के लिए उन्होंने 3 साल पहले आवेदन किया था और सर्वे की सूची में भी उनका नाम था. इसके बावजूद भी उन्हें आवास अभी तक नहीं मिला है.''
गरीबों के हक पर डाला डाका : पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि "छत्तीसगढ़ में जब से भूपेश बघेल की सरकार आई है. बस्तर में दीपक बैज और रेखचंद जैन की सरकार आई है. इस सरकार के द्वारा गरीबों के हक पर डाका डालने का प्रयास किया गया है. छत्तीसगढ़ में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आवास बनाने के लिए स्वीकृति प्रदान किया था. इसके अलावा आवास बनने के लिए राशि भी उपलब्ध करवाया था. लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार गरीबों का आवास बनाना नहीं चाहती है. पिछले 4 वर्षों में 12 लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ में बनने नहीं दिया.''