बस्तर: भानुप्रतापपुर उपचुनाव में सियासी घमासान चरम पर है. बीजेपी और कांग्रेस के साथ इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार अपना दम दिखा रहे हैं. भानुप्रतापपुर कांकेर जिले में स्थित है. कांकेर बस्तर संभाग के अंदर आता है. भानुप्रतापपुर के नक्सल क्षेत्र में होने की वजह से पूरे बस्तर में हाई अलर्ट है. सुरक्षा की व्यवस्था पुख्ता कर दी गई है. कांकेर को किले में तब्दील कर दिया गया है.Policing tight in Bastar on Bhanupratappur bypoll
कांकेर में सुरक्षा व्यवस्था सख्त, बस्तर में सर्च ऑपरेशन तेज: कांकेर में भानुप्रतापपुर उपचुनाव को लेकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है. सभी इलाकों में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं. भानुप्रतापपुर विधानसभा अंतर्गत दुर्गुकोंदल क्षेत्र सर्वाधिक नक्सल प्रभावित है. विधानसभा के कुल 256 मतदान केंद्रों में केवल 47 मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील माना जा रहा है. जबकि इस इलाके में माओवादी गतिविधियों को चुनाव से पहले नियंत्रित करने के लिए नियमित्त ऑपरेशन की प्लानिंग पुलिस ने कर रखी है.
कांकेर में नक्सल ठिकानों पर दबिश जारी-आई सुंदरराज पी: बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि "इस इलाके में सर्च ऑपरेशन के साथ साथ माओवादियों के ठिकानों पर भी दबिश दी जा रही है. पूरे चुनाव तक यह सिलसिला जारी रहेगा. गौरतलब है कि 5 दिसंबर को मतदान होना है और जिले के सभी मतदान केंद्रों में पैरामिलिट्री फोर्स और स्थानीय सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे". फिलहाल सुरक्षा के लिहाज से अतिरिक्त बटालियन की आवश्यकता या इस्तेमाल पर अधिकारियों ने कुछ नहीं कहा है और स्थानीय स्तर पर पर्याप्त सुरक्षा बल होने की बात कही है.
ये भी पढ़ें: कांकेर में नक्सलियों ने मचाया उत्पात, बस को किया आग के हवाले
कांकेर में नक्सलियों का उत्पात:सोमवार को कांकेर में नक्सलियों ने आगजनी की वारदात को अंजाम दिया है. नक्सलियों ने कोयलीबेड़ा से अंतागढ़ जाने वाली यात्री बस को आग के हवाले कर दिया. इसके अलावा कोयलीबेड़ा के जीरम तराई में लगे मोबाइल टावर पर भी नक्सलियों ने आगजनी की है. घटनास्थल पर नक्सलियों ने पर्चे भी फेंक कर सुरक्षा बल के जवानों के ऊपर फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाया है. नक्सलियों ने 22 नवंबर को कांकेर, नारायणपुर और कोंडागांव में नक्सली बंद का आह्वान किया है.