जगदलपुर: जम्मू एयरबेस पर ड्रोन से आतंकी हमले के बाद अब नक्सलियों की ड्रोन वाली साज़िश से बस्तर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट हो गई है. IG का मानना है कि नक्सली ड्रोन का इस्तेमाल सुरक्षाबलों की रेकी के लिए कर सकते हैं. ऐसे में समूचे बस्तर संभाग में पूरी तरह से अलर्ट जारी किया गया है. हालांकि अब तक बस्तर में नक्सलियों का कोई ड्रोन पुलिस ने बरामद नहीं किया है, लेकिन जिस तरह से नक्सली जवानों पर नए-नए पैंतरे अपनाकर हमला करने की साजिश रच रहे हैं, ऐसे में ड्रोन से सुरक्षाबलों पर रेकी करने की पूरी संभावना को देखते हुए बस्तर IG सुंदरराज पी ने अलर्ट जारी किया है.
नक्सलियों की ड्रोन वाली साजिश सभी सुरक्षा बल अलर्ट
7 जून को सुकमा के दोरनापाल में संदिग्ध ड्रोन देखा गया था, जिसके बाद सिक्योरिटी फोर्स में हड़कंप मच गया. इसके बाद नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों ने सभी सुरक्षा बलों को अलर्ट कर दिया है कि संदिग्ध ड्रोन पर नज़र रखी जाए, बस्तर IG का कहना है कि बस्तर संभाग के खासकर सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र हैं और दोरनापाल में संदिग्ध ड्रोन देखे जाने के बाद से ही पूरी तरह से अलर्ट जारी किया गया है.
बस्तर पुलिस का 'ऑपरेशन मानसून' हो रहा कारगर साबित, नक्सलियों पर भारी पड़ रही रणनीति
जम्मू एयरबेस पर ड्रोन से आतंकी हमले के बाद से इस वारदात को ध्यान में रखते हुए बस्तर में तैनात सभी सुरक्षाबलों को खास सतर्कता बरतने और किसी भी संदिग्ध ड्रोन पर नजर बनाए रखने की सख्त निर्देश दिए हैं. आईजी ने यह भी बताया कि नक्सली ड्रोन का इस्तेमाल करके सुरक्षाबलों की रेकी करने के फिराक में है. ऐसे मे सभी सीमावर्ती इलाकों में नाकेबंदी करने के साथ ही आसमान में भी नजर बनाए रखने के सख्त निर्देश बस्तर आईजी ने सुरक्षाबलों को दिए हैं.
सुरक्षाबलों पर नजर रखने के लिए ड्रोन
बस्तर IG सुंदरराज पी ने जानकारी देते हुए बताया कि संदिग्ध ड्रोन दिखने के बाद मल्टी सुरक्षा एजेंसी सेंटर में एक बड़ी बैठक हुई और छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में काम करने वाली एजेंसियों के साथ साझा की गई. वहीं खुफिया विभाग को इस तथ्य से अवगत कराया गया कि नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का उपयोग करना शुरू कर दिया है.
खास सतर्कता
बताया जा रहा है कि बस्तर संभाग के कई इलाकों में नक्सली पुलिस जवानों को निशाना बनाने की फिराक में हैं. इधर नक्सलियों के इस प्रकार की तकनीकी सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ है. लेकिन फिलहाल बीते 7 जून के बाद अब तक कोई संदिग्ध ड्रोन आसमान में नहीं देखा गया है. लेकिन बस्तर पुलिस पूरी तरह से इसको लेकर अलर्ट है और खासकर अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों को खास सतर्कता बरतने और नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं.