छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

Bastar News: मालिक के प्रति वफादारी ऐसी कि दाह संस्कार तक डॉगी ने नहीं छोड़ा साथ - अंबेडकर वार्ड

कहते हैं कुत्ता वफा का वो फरिश्ता होता है, जो इंसान से मरते दम तक वफादारी निभाता है. इस कहावत को चरितार्थ किया है छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में रहने वाले ओमप्रकाश अवस्थी के पालतू कुत्ते ने, जिसने उनकी मौत के बाद भी उनका साथ नहीं छोड़ा और वफादारी ऐसी निभाई कि अंतिम संस्कार के बाद भी परिवार के साथ मुक्तिधाम से वापस नहीं लौटा. did not return from Muktidham

Bastar News
दाह संस्कार तक श्वान ने नहीं छोड़ा साथ

By

Published : Feb 1, 2023, 6:09 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

दाह संस्कार तक श्वान ने नहीं छोड़ा साथ

बस्तर:शहर के अंबेडकर वार्ड में रहने वाले ओमप्रकाश अवस्थी का रविवार की रात निधन हो गया. रात भर उनका कालू अर्थी के पास बैठा रहा, और सोमवार की दोपहर शव वाहन में जैसे ही शव रखा गया. कालू जोर जोर से रोने लगा और रोकने की तमाम कोशिशों के बाद भी वह कूदकर शव वाहन में चढ़कर अर्थी के पास बैठ गया. मालिक के प्रति एक कुत्ते का प्रेम देख लोगों की आंखें भर आईं. कालू अपने मालिक की अर्थी के साथ मुक्तिधाम तक गया, लोगों ने उसे रोकने का प्रयास किया. पर सभी विफल रहे, और मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के बाद भी वह उस रात वापस घर नहीं लौटा.

Budget 2023 rebate limit increased up to 7 lakh: मिडिल क्लास को बड़ी राहत, 7 लाख रुपए तक सालाना आय अब टैक्स फ्री

अंतिम यात्रा निकली तो आगे आगे चलने लगा:अंबेडकर वार्ड के निवासी हेमंत कश्यप ने बताया कि "उनके पड़ोस में रहने वाले ओमप्रकाश अवस्थी का 72 वर्ष की उम्र में रविवार रात को निधन हो गया था. सोमवार दोपहर एक बजे उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई. जब तक अर्थी आंगन में रही कालू श्वान वहीं बैठा रहा. जैसे ही अंतिम यात्रा शुरू हुई, वह भौंकते हुए अर्थी के आगे चलने लगा. दिवंगत ओमप्रकाश अवस्थी दस साल पहले इस श्वान को लाए थे और उसे कालू नाम दिया. कालू हर घड़ी अपने मालिक के साथ ही रहता था."

...और शव वाहन में कूदकर चढ़ गया कालू:हेमंत ने बताया कि"मालिक की जब मौत हुई और उन्हें अंतिम संस्कार के लिए शव वाहन में रखा जा रहा था तो कालू भी इस अंतिम यात्रा के आगे आगे चलने लगा. लोग उसे भगाने का प्रयास करते रहे, लेकिन वह अर्थी के साथ ही चलता रहा. जब अर्थी को शव वाहन में रखा गया तो वह कूदकर वाहन मे चढ़ गया और रोते हुए अपने मालिक के पार्थिव देह को लगातार देखता रहा. उसकी स्वामी भक्ति देख किसी ने उसे वाहन से नहीं उतारा."

अंतिम संस्कार के बाद भी मुक्तिधाम में बैठा रहा:कालू का अपने स्वामी के प्रति प्रेम देखलोग भावुक हो गए. उनकी आंखे छलक गईं. मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के बाद भी कालू वहीं बैठा रहा और घर नहीं लौटा. परिवारवालों के मुताबिक "मुक्तिधाम से कालू को लाने के लिए पूरी कोशिश की गई लेकिन वह नहीं आया. जहां दाह संस्कार किया गया कालू वहीं बैठा रह गया. मंगलवार की सुबह उसे जैसे तैसे जबरदस्ती कर वापस घर लाया गया."

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details