जगदलपुर: रावघाट जगदलपुर रेलमार्ग में हुए 100 करोड़ रुपए से अधिक के भूअधिग्रहण घोटाले में हाईकोर्ट का फैसला बीआरपीएल के पक्ष में आया था. हाईकोर्ट के फैसले का बाद बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार ने बड़ी कार्रवाई (collectors big action on scam in rawghat rail project and 100 crore will be recovered)की है. कलेक्टर ने आरोपी बली नागवंशी और नीलिमा बेलसरिया को नोटिस जारी कर पल्ली, अघनपुर, कंगोली और घाटपदमूर की निजी भूमि से संबंधित भुगतान की गई समस्त मुआवजा राशि को कलेक्टर बस्तर के बैंक खाते में 15 दिनों के अंदर जमा कराने के निर्देश दिए हैं.
क्या है रावघाट रेल परियोजना घोटाला: जगदलपुर तहसील के 4 गांव पल्ली, अघनपुर, घाटपदमुर और कंगोली के 108 खातेदारों की 28 हेक्टर भूमि का अधिग्रहण रेलवे द्वारा किया गया था. जिसका मुआवजा राशि 152.8 करोड़ भुगतान किया गया था. आश्चर्य की बात यह है कि पल्ली गांव में बली नागवंशी और नीलिमा बेलसरिया पति टीवी. रवि के कब्जे से 4.18 हे भूमि का सबसे अधिक 99.07 करोड़ मुआवजा खातेदार द्वारा प्राप्त किया गया. शेष 24 हेक्टेयर के 101 खातेदारों को मात्र 53.51 करोड़ का मुआवजा प्राप्त हुआ है. इसके अलावा दोनों आरोपियों ने कूट रचना के द्वारा शासन को और भी चूना लगाया है.
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एसआईटी ने किया घोटाले का खुलासा: घोटाले की खबर मीडिया में प्रकाशित होने के बाद तत्कालीन कलेक्टर अय्याज तंबोली ने एसआईटी गठित कर मामले की जांच करवाई. जांच में घोटाला प्रमाणित होने के बाद तत्कालीन कलेक्टर ने बली नागवंशी नीलिमा बेलसरिया अपर कलेक्टर, एसडीएम, इरकान के अधिकारियों सहित 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई. सभी आरोपियों ने बिलासपुर हाई कोर्ट में इसके खिलाफ याचिका दायर की थी. जिस पर पहले सिंगल बेंच और फिर बाद में डबल बेंच ने भी आरोपियों के आवेदन को खारिज कर दिया.