जगदलपुर:छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 1 दिसंबर से शुरू हो चुकी है. समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी करने के लिए शासन ने इस बार खरीदी केंद्रों से लेकर संग्रहण केंद्रों में तगड़ी निगरानी रखी है. बस्तर के सीमावर्ती इलाकों में मौजूद धान खरीदी केंद्रों में बिचौलियों के धान खपाने के मामले सामने आने के बाद इस साल प्रशासन बिचौलियों पर नजर रखने के लिए खास सतर्कता बरत रहा है. संभाग के कुछ-कुछ उपार्जन केंद्रों में किसानों ने अपने धान बेचना भी शुरू कर दिया है.
धान बिचौलियों से निपटने प्रशासन का ऐसा है प्लान बस्तर संभाग 3 राज्यों से घिरा हुआ है. यहां हर साल बिचौलियों द्वारा धान खपाने के मामले में लगातार सामने आते रहे हैं. इस बार प्रदेश सरकार इन बिचौलियों द्वारा किसी भी कीमत पर सीमावर्ती इलाकों में मौजूद उपार्जन केंद्रों में धान नहीं खपाने दिए जाने की बात कह रही है. प्रशासन ने भी सतर्कता बरतने का दावा किया है. इसके अलावा सीमावर्ती इलाकों में मौजूद उपार्जन केंद्रों में पुलिस बल की तैनाती की जाने की बात भी प्रशासन के अधिकारियों ने कही है.
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महाराष्ट्र, सुकमा और तेलंगाना से लगता है बॉर्डर
बस्तर संभाग के 7 जिलों में से बीजापुर जिला महाराष्ट्र बॉर्डर से लगा हुआ है, वहीं सुकमा जिला तेलंगाना स्टेट से लगा हुआ है, इसके अलावा बस्तर जिला ओडिशा राज्य से लगा हुआ है. इन तीनों ही जिला के सीमावर्ती इलाकों में हर वर्ष धान खरीदी के दौरान बड़े पैमाने पर धान खपाने की मामले सामने आते रहे हैं. लेकिन इस साल प्रशासन का दावा है कि इन इलाकों में खास सतर्कता बरती जा रही है और इसके लिए बस्तर कमिश्नर के द्वारा उड़नदस्ता की टीम गठित की गई है, जिसमें खाद्य विभाग के अधिकारियों के साथ ही पुलिस विभाग की टीम और जिला विपणन की टीम शामिल की गई है जिनके द्वारा खास निगरानी रखी जा रही है.
बस्तर में धान उपार्जन केंद्र - इसके अलावा सीमावर्ती इलाकों में पड़ने वाले सभी उपार्जन केंद्रों में पुलिस बल के जवानों को भी तैनात किया जा रहा है जो किसानों द्वारा धान बेचने के दौरान और रात में भी पूरी तरह से उपार्जन केंद्रों में सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे.
- वहीं सीमावर्ती इलाकों के मुख्य मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं और जवानों को भी बड़ी संख्या में तैनात किया गया है.
- विपणन अधिकारी आर.बी सिंह का कहना है कि शासन के निर्देश अनुसार इन सीमावर्ती इलाकों में मौजूद उपार्जन केंद्रों में कड़ी निगरानी रखी जा रही है.
- खास तौर पर उपार्जन केंद्र के सभी प्रभारियों को सख्त हिदायत दी गई है और किसी भी तरह की लापरवाही बरतने पर तत्काल बर्खास्त करने की चेतावनी देने के साथ कानूनी कार्रवाई करने की भी बात कही गयी है.
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40 केंद्रों पर खास निगरानी
विपणन अधिकारी का दावा है कि पिछले सालों की तुलना में इस बार सीमावर्ती इलाकों के उपार्जन केंद्रों में काफी कड़ी निगरानी रखी जा रही है और पुलिस विभाग की मदद से जवानों को भी तैनाती किया गया है. आर.बी सिंह ने बताया कि कुल 40 ऐसे उपार्जन केंद्र हैं जो तीनों ही राज्य की सीमा से लगे हुए हैं और इन 40 उपार्जन केंद्रों में खास निगरानी रखी जा रही है.