जगदलपुर:देश में फैली कोरोना महामारी और लॉकडाउन ने लोगों को ना जाने क्या-क्या करने पर मजबूर कर दिया. कई लोगों की नौकरी चली गई, कईयों का व्यापार ही बंद हो गया. इस महामारी की वजह से लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें दो वक्त की रोजी-रोटी के लिए भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसा ही कुछ जगदलपुर में भी देखने को मिला. साल 2020 के मार्च से पहले जो बेकरी की दुकान चलाते थे, जिनके पास लग्जरी कार है, वे अब अपनी उसी लग्जरी कार में सब्जी बेच रहे हैं. उनका कहना है कि क्या करें मजबूरी है. घर-परिवार चलाना है, इसलिए उन्हें अपनी कार में ही सब्जी बेचनी पड़ रही है.
कार से जिंदगी की गाड़ी चलाने की कोशिश लाखों की कार से चल रही सब्जी की दुकान
जगदलपुर शहर में ऐसे कई लोग हैं जो एक समय में महंगी गाड़ियों का शौक रखते थे और आज उसी महंगी गाड़ी में सब्जी-भाजी बेचने को मजबूर हैं. शहर के धरमपुरा में रहने वाले नारायण साहा हर दिन अपनी 24 लाख की हुंडई कार में सब्जी बेचने आते हैं. बकायदा सुबह 10 बजे से वे 3 बजे तक इस कार में सब्जी लाते हैं और फिर शहर के किसी भी चौक पर अपनी सब्जी की दुकान लगाते हैं. उनका कहना है कि वे बेकरी का काम करते थे लेकिन लगातार लॉकडाउन की वजह से और कोरोना काल की वजह से उनका काम पूरी तरह से प्रभावित हो गया. ऐसे में उनका परिवार चलाना भी मुश्किल हो गया है. दो वक्त की रोजी-रोटी के लिए उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
SPECIAL: कोरोना की दूसरी लहर ने रियल एस्टेट सेक्टर को किया चौपट, घरों की बिक्री और नए प्रोजेक्ट्स पर असर
फेवरेट कार इसलिए नहीं बेच पा रहे
नारायण साहा का कहना है कि उनकी यह कार उनकी सबसे ज्यादा पसंदीदा होने की वजह से वे इसे नहीं बेच रहे है और इसमें अपनी सब्जी की दुकान चला रहे हैं. इससे जो भी पैसा आता है वे अपना घर चलाते है. कार में पेट्रोल डाल कर शहर के अलग-अलग चौक-चौराहों पर अपनी सब्जी की दुकान लगाते हैं. नारायण साहा की 24 लाख की कार वाली सब्जी की दुकान राहगीरों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं.