जगदलपुर:मानसून की पहली बारिश ने जगदलपुर नगर निगम के दावों की पोल खोलकर रख दी है. निगम ने करोड़ों रुपए की लागत से नाले का निर्माण करवाया था, लेकिन पहली बारिश में नाला बह गया और पानी सड़कों पर जमा होने के साथ-साथ लोगों की दुकानों में घुस गया.
निगम की खुली पोल, पहली ही बारिश में बहा करोड़ों की लागत से बना नाला दरअसल, निगम द्वारा बरसात के पानी की निकासी के लिए लगभग 2 करोड 56 लाख रुपए की लागत से नाले का निर्माण किया गया है, ताकि बरसात के वक्त शहर का पानी इस नाले के जरिए इंद्रावती नदी में जाकर मिल सके और शहरवासियों को जलभराव की समस्या से निजात मिले, लेकिन करोड़ों रुपए की लागत से बना ये नाला भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है और मानसून की पहली ही बारिश से सनसीटी इलाके में लगभग 40 मीटर का नाला पूरी तरह से पानी में बह गया है.
पढ़ें: बिलासपुर : चमकी को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, संभावितों की रिपोर्ट आई निगेटिव
40 मीटर का नाला पानी में बहा
इस नाले के बह जाने के साथ ही निगम की गुणवत्ताविहीन कार्य की भी पोल भी खुल गई है. सस्ते सीमेंट और बिना रॉड के बनाए गए इस नाले में जमकर भ्रष्टाचार को बारिश ने उजागर कर दिया है. हालांकि निगम आयुक्त भ्रष्टाचार की पोल न खुले इसके लिए इस नाले को निर्माणाधीन बता रहे हैं लेकिन नाले में एक साइड की दीवार के लटक रहे अवशेष से साफ जाहिर होता है कि गुणवत्ताविहीन निर्माण की वजह से 40 मीटर का नाला बरसात के पानी में पूरी तरह से बह गया है.
नाले को निर्माणाधीन बता रहे अधिकारी
वहीं निगम के जिम्मेदार अधिकारी इस गुणवत्ताविहीन कार्य की जांच कराने की बजाए इसे निर्माणाधीन बता रहे हैं, जिससे ठेकेदार और निगम के पदाधिकारियो की करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार की संलिप्तता साफ उजागर होती है.