जगदलपुर:बस्तर में नक्सलियों से लोहा लेने स्थानीय तौर पर युवाओं की पुलिस में भर्ती प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है. राज्य शासन ने इसका नाम बस्तर फाइटर्स दिया है. पूरे बस्तर संभाग के 7 जिलों में 2800 जवानों की भर्ती की जाएगी और इसके लिए गृह मंत्रालय ने मंजूरी भी दे दी है. बस्तर जिले के 7 जिलों में से हर एक जिले में 400 पुलिस जवानों की भर्ती की जाएगी. इसमें स्थानीय युवक-युवतियों को प्राथमिकता दी जाएगी, माना जा रहा है कि प्रदेश सरकार ने बस्तर में नक्सलियों के खात्मे की दिशा में बस्तर फाइटर्स के गठन का निर्णय लेकर एक बड़ा कदम उठाया है.
दरसअल DRG और बस्तर बटालियन में मिल रही सफलता को देखते हुए राज्य शासन ने इसे जरूरी बताते हुए जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की बात कही है.आईजी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पूरे बस्तर संभाग में 2800 जवानों की भर्ती की जाएगी. इसमें भर्ती होने वाले जवानों को बस्तर फाइटर कहा गया है. बस्तर संभाग के सभी जिलों में 400-400 जवानों की भर्ती होगी.आईजी ने बताया कि फिलहाल इसकी भर्ती प्रक्रिया की पूरी जानकारी शासन से नहीं मिली है लेकिन ऐसा प्रस्ताव में है कि ऊंचाई में रियायत के साथ स्थानीय बोली वालों को प्राथमिकता दी जाएगी. इसी के तहत ही भर्ती होने का अनुमान भी है.
उन्होंने बताया कि आरक्षक से लेकर डीएसपी रैंक तक भर्ती इसमें की जाएगी , वहीं बस्तर फाइटर्स में भर्ती किए गए जवानों की तैनाती कहां होगी इसे भी जिला पुलिस तय करेगी. पूर्व में DRG और बस्तर बटालियन में जिस तरह से सफलता मिली है उसे देखते हुए उनकी उपयोगिता नक्सल मोर्चे पर अधिक होगी, क्योंकि यहां की स्थानीय बोली से लेकर वह वहां के इलाके से परिचित रहेंगे. साथ ही स्थानीय होने की वजह से माओवादी मोर्चे पर इनका रोल अहम हो जाएगा. वहीं गांव वालों का विश्वास जीतने में भी यह अहम रोल अदा करेंगे.