जगदलपुर: बस्तर की ऐतिहासिक सरोवर दलपत सागर के सफाई के लिए 75 लाख की मशीन खरीदी गई है. एक्वेटिक वीड हार्वेस्टर मशीन को लाखों रुपये की लागत से खरीदी गई है. मशीन अब एक बार फिर विवादों में घिर गई है. दलपत सागर में जलकुंभी की सफाई के लिए DMF फंड से मशीन को खरीदा गया है. 2 दिन पहले बड़े ही धूमधाम से मशीन का लोकार्पण किया गया था. मशीन को दलपत सागर में जलकुंभी की सफाई के लिए पानी में उतारा गया है, लेकिन अब नई मशीन में खामियां दिखने लगी है. विपक्ष पुरानी मशीन खरीदने का आरोप लगा रहा है.
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एक्सपर्ट मैकेनिको से कराया मशीन का जांच
इस मशीन की कार्य क्षमता और इसके नए होने पर भी सवाल खड़े हो गए हैं. मशीन की जांच के लिए पार्षदों का दल और एक्सपर्ट मैकेनिकों की एक टीम मौके पर भेज दिया गया था. दलपत सागर में जलकुंभी की सफाई के लिए DMF फंड से मशीन को खरीदा गया है, लेकिन मशीन चलने से पहले खराब हो गई है.
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नेता प्रतिपक्ष ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
निगम के नेता प्रतिपक्ष संजय पांडेय ने बताया कि इस मशीन पर शहर में सवाल उठ रहे हैं. 2 दिन पहले ही दलपत सागर में इस मशीन का अवलोकन किया है. मशीन के अवलोकन के लिए पार्षद और मैकेनिक पहुंचे थे. संजय पांडेय ने कहा कि दल ने मैकेनिकों के साथ मशीन की जांच की. पहली नजर में देखने में यह मिला कि मशीन को पूरी तरह से पुराने सामानों को इकट्ठा कर बनाया गया है. मशीन की बॉडी और पार्ट्स भी पुरानी हैं, जिस पर रंग रोगन किया गया है.
हार्वेस्टर मशीन खरीदने में भ्रष्टाचार के आरोप मशीन में पुराना इंजन लगाया गयानेता प्रतिपक्ष ने बताया कि मशीन में 475 क्यू ट्रैक्टर इंजन लगाया गया है. इंजन काफी पुराना है. संजय पांडेय और पार्षद दल ने मांग की है कि इंजन का बिल सप्लायर से प्राप्त कर सार्वजनिक किया जाए. इसके अलावा कन्वेयर बेल्ट का क्रय बिल सार्वजनिक करने की मांग की है. मशीन में जमकर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है. कहा कि मामले की शिकायत एसीबी में दर्ज कराई जाएगी.बिल को सार्वजनिक करने की मांगइधर निगम के जिम्मेदार नेता और कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री यशवर्धन राव का कहना है कि विपक्ष का काम आरोप लगाने का है. इन आरोपों के बाद खुद महापौर और उन्होंने मशीन के कार्य क्षमता का अवलोकन किया. किसी तरह की कोई खराबी नहीं है. न ही मशीन पुरानी है.कांग्रेस नेता ने किया मशीन के जांच का स्वागतउन्होंने कहा कि हालांकि इंजन पुरानी लग रही है, लेकिन भाजपा ने जो जांच की मांग की है. उस जांच का निगम के पदाधिकारी और नेता स्वागत करते हैं. जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. इधर भाजपा पार्षद दल ने महापौर और निगम आयुक्त को पत्र लिखा है. मशीन के संबंध में बिंदुवार जानकारी दी और बिंदुवार जानकारी पर जवाब मांगा है.