गौरेला पेंड्रा मरवाही: अनुशासनहीनता के आरोप में जिला कलेक्टर प्रियंका महोबिया ने दो बीईओ को कारण बताओ नोटिस दिया दिया है. एक बीईओ पर आरोप है कि उसने काम में अनुशासनहीनता की तो दूसरे ने बिना वजह के शिक्षकों का वेतन रोक दिया था. दो बीईओ को जो नोटिस दिया गया है उसमें पूछा गया है कि उनपर लगे आरोप क्या सही हैं. नोटिस मिलने वाले अफसरों से तय समय के भीतर जवाब भी देने को कहा गया है. अगर तय समय पर दोनों अफसर जवाब नहीं देते तो एकपक्षीय कार्रवाई उनके खिलाफ की जाएगी जिसके जिम्मेदार वो खुद होंगे.
जीपीएम कलेक्टर ने दो बीईओ को थमाया कारण बताओ नोटिस, अफसरों में मचा हड़कंप - कारण बताओ नोटिस
GPM Collector gave show cause notice कलेक्टर प्रियंका महोबिया ने काम में लापरवाही बरतने वाले दो बीईओ को कारण बताओ नोटिस थमाया है. एक बीईओ पर अनुशासन हीनता का आरोप है तो दूसरे पर शिक्षकों के वेतन बेवजह रोकने की शिकायत थी. show cause notice to careless BEO
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Jan 12, 2024, 9:17 PM IST
दो बीईओ को मिला कारण बताओ नोटिस: गौरेला बीईओ संजीव शुक्ला से कलेक्टर ने पूछा कि आपने सही जानकारी नहीं दी. जिससे शासन को गलत जानकारी भेज दी गई. दरअसल संजीव शुक्ला से जनमन योजना के तहत बैगा बसाहट वाले स्कूली बच्चों की जानकारी मांगी गई थी. जिस प्रारुप में जानकारी मांगी गई थी, उस प्रारुप में जानकारी नहीं देकर गलत तथ्य पेश किए गये. जब असल आंकड़ों से गौरेला बीईओ के भेजे आंकड़ों को मिलाया गया तो अंतर पाया गया. दूसरे मामले में पेंड्रा के बीईओ आर एन चंद्रा को भी नोटिस मिला है. चंद्रा के खिलाफ शिकायत थी कि उन्होंने तीन शिक्षकों का सितंबर महीने का वेतन रोक दिया था.वेतन रोकने की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी थी. दोनों बीईओ के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों के बाद अब दोनों को नोटिस थमाया गया है.
पहले भी कई बीईओ के खिलाफ हो चुकी है कार्रवाई:ये कोई पहला मौका नहीं है जब कलेक्टर ने किसी बीईओ को नोटिस थमाया हो, इससे पहले भी कर्तव्यहीनता की शिकायत मिलने पर अफसरों के खिलाफ कार्रवाई भी हो चुकी है. अब देखना ये है कि जिन दो अफसरों को कलेक्टर ने नोटिस थमाया है वो कितने दिनों में अपना पक्ष रखते हैं. शासन अगर उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हो पाया तो हो सकता है इससे बड़ी कार्रवाई उनके खिलाफ की जाए.