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Rice Crisis Under PDS in GPM: जीपीएम में पीडीएस के तहत मिलने वाले चावल का संकट, सिर्फ अक्टूबर माह का बचा है स्टॉक - पीडीएस के तहत मिलने वाले चावल की कमी

Rice Crisis Under PDS in GPM गौरेला पेंड्रा मरवाही में पीडीएस के तहत मिलने वाले चावल की कमी का संकट आ गया है. मिलर्स और अधिकारियों की लापरवाही के चलते जिले में चावल के स्टॉक की शार्टेज हुई है. नागरिक आपूर्ति निगम के वेयरहाउस के गोदामों में केवल अक्टूबर महीने का स्टॉक ही बचा हुआ है. जिला खाद्य अधिकारी इस संकट की वजह राइस मिलरों द्वारा धीमी गति से चावल जमा करना बता रहे हैं. जिन्हें समय पर स्टॉक जमा करने का नोटिस जारी किया गया है.

Rice Crisis under pds
जीपीएम में चावल का संकट

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Sep 26, 2023, 1:07 PM IST

Updated : Sep 26, 2023, 2:22 PM IST

जीपीएम में चावल का संकट

गौरेला पेंड्रा मरवाही:जिले में पीडीएस के तहत हितग्राहियों को मिलने वाले चावल का संकट सामने आया है. नागरिक आपूर्ति निगम के वेयरहाउस गोदामों में चावल के स्टॉक की शार्टेज हो गई है. गोदाम में अभी केवल अक्टूबर महीने के लिए ही चावल बचा है. जबकि शासन के नियमानुसार, वेयरहाउस में कम से कम 3 माह का चावल होना चाहिए. लेकिन जिले में संचालित राइस मिलरों द्वारा धीमी गति से चावल जमा किया जा रहा है, जिसके चलते ही यह समस्या जिलेवासियों के सामने आई है.

केवल अक्टूबर माह का बचा है स्टॉक: दरअसल, जिले में संचालित राइस मिल के द्वारा अभी तक 17634.86 मीट्रिक टन चावल जमा नहीं किया है. इनके द्वारा केवल 73.30 फीसदी ही चावल जमा किया गया है. आज की स्थिति में नान गोदाम में केवल अक्टूबर माह का चावल भंडार है, बाकी नान के गोदाम खाली हैं. जिले के राइस मिलों ने चावल जमा नहीं कराने की वजह से पूरी स्थिति बिगड़ी है. नान डीएम से बात करने पर उनका कहना है कि मिलर के चावल जमा नहीं करने से पीडीएस को कोई फर्क नहीं पड़ता. अगर ऐसी कोई स्थिति बनती है, तो चावल की अन्य जिले से व्यवस्था कर वितरण किया जाएगा.

बैंक गारंटी की राशि राजसात करने की तैयारी:जिला विपणन अधिकारी रमेश लहरे ने बताया, "कुछ राइस मिलर्स द्वारा 50 फीसदी से कम चावल जमा किया गया है. कुछ राइस मिलर द्वारा संतोषजनक चावल जमा किया गया है. लेकिन 50 फीसदी से कम चावल जमा करने वाले राइस मिलों को नोटिस दिया गया है. अगर समय पर उनके द्वारा चावल जमा नहीं किया गया, तो उस स्थिति पर बैंक गारंटी की राशि को राजसात करने की कार्रवाई की जाएगी."

"दो दिनों पहले कलेक्टर द्वारा राइस मिलर्स की मीटिंग ली गई थी. कड़ी चेतावनी दी गई है अगले 3 महीने का चावल गोदाम में भंडार रहना अनिवार्य है यह नियम है राइस मिलर्स की चावल जमा की गति धीमी होने के कारण भंडारण में अंतराल आ गया है." - श्वेता अग्रवाल, जिला खाद्य अधिकारी

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30 सितंबर तक जमा करना था चावल: मिलर्स के द्वारा चावल जमा करने की अंतिम तारीख 30 सितंबर तय की गई थी. लेकिन अब चावल जमा करने की समय सीमा एक माह बढ़ा दिया गया है. अब 31 अक्टूबर तक मिलर चावल जमा कर सकते हैं. यदि चावल जमा करने की तारीख नहीं बढ़ती है, तो इतने कम समय में बचे हुए चावल के स्टॉक को जमा करना संभव नहीं दिख रहा है. अब देखना यह है तय समय सीमा तक राइस मिलर शेष चावल जमा करते हैं या नहीं.

किन राइस मिलरों ने कितना चावल किया जमा: जानकारी के अनुसार, जिले में संचालित राइस मिलरों के द्वारा कुल जमा किये गए चावल में भुआजी फर्म प्राइवेट लिमिटेड 38.12, शिवानी ट्रेडर्स 53.09, यश राइस मिल 53.03, यश मॉर्डन फूड 56.30, मां नर्मदा राइस प्रोडक्ट 57.73, श्याम इंडस्ट्रीज 62.06, श्याम फूड प्रोडक्ट 64.72, मेजर्स दक्ष फूड 71.68, केसरवानी राइस मिल 75.84, मेजर्स वंदना राइस 80.58, जेपी अग्रवाल एंड सन कोल्ड स्टोरेज 82.07, बालाजी फूड 82.41, श्री साइन एग्रो 82.87, मां नर्मदा एग्रोटेक 82.87, जेपी अग्रवाल एग्रोटेक 87.29, गर्ग फूड प्रोडक्ट 89.02, लक्ष्मी एग्रो इंडस्ट्री ने 9.64 फीसदी चावल जमा किया है.

Last Updated : Sep 26, 2023, 2:22 PM IST

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