गौरेला पेंड्रा मरवाही/बलरामपुर :बारिश और उमस के मौसम में आंखों के संक्रमित होने का खतरा बना रहता है. बारिश के कारण आए मौसम में बदलाव के कारण सबसे जल्दी आंखों की बीमारी होती है. इसे मेडिकल भाषा में कंजक्टिवाइटिस या आई फ्लू कहा जाता है. छत्तीसगढ़ की यदि बात करें तो आंखों की ये बीमारी पूरे प्रदेश में फैल रही है. गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला भी इससे अछूता नहीं है. यहां भी आई फ्लू के मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है. वहीं बलरामपुर में भी आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़े हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की अपील :स्वास्थ्य विभाग ने कंजक्टिवाइटिस के लक्षण होने पर नजदीकी शासकीय अस्पतालों में जांच कराने की अपील की है. कलेक्टर के निर्देशानुसार सीएमएचओ ने नेत्र चिकित्सकों की बैठक लेकर निर्देश जारी किए हैं.जिसमें स्कूलों में जाकर बच्चों की आंखों का परीक्षण करना शामिल है.अभी तक शुरुआती जांच में आई फ्लू के 130 मरीजों की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है.
नेत्र रोग विशेषज्ञों की बैठक : कलेक्टर के निर्देश के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आई नागेश्वर राव ने जिला नोडल अंधत्व निवारण डॉ हेमंत तंवर, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ रागनी मरावी और नेत्र सहायक अधिकारियों की बैठक ली. जिसमें आंखों की जांच, उपचार और रोग के रोकथाम के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं. कलेक्टर के निर्देश के बाद जिले के तीनों विकासखंडों के कस्तूरबा गांधी आवासीय कन्या विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों का नेत्र परीक्षण किया गया.आंखों की जांच कर कंजक्टिवाइटिस प्रभावित बच्चों का उपचार किया गया साथ ही बच्चों को बीमारी से बचने और रोकथाम के उपाय भी बताए गए.
जिले में अब तक लगभग कंजक्टिवाइटिस के 130 मरीज मिले है, इनका उपचार किया गया. जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में प्रतिदिन आई फ्लू के लगभग 20 से 30 मरीज आ रहे हैं. जिनका उपचार करने के साथ ही बचाव के उपाय के संबंध में जागरूक किया जा रहा है. -हेमंत तंवर,नोडल अधिकारी