गरियाबंद: जिला पुलिस को एक बार फिर तेंदुआ खाल के अन्तर्राजीय गिरोह को पकड़ने में सफलता मिली है. पुलिस ने मामले में ओडिशा के दो तस्करों से 2 तेंदुए का खाल बरामद कर गिरफ्तार किया है. जिला पुलिस ने चौथी बार तेंदुआ खाल के साथ अन्तर्राजीय तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं. इन सबके बीच बड़ी बात यह कि वन विभाग जिसका यह काम है उसे फिर इस बार वन्य जीव तस्करों के आने का पता नहीं चला और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया. हालांकि यह तस्कर ओडिशा के हैं और अभी यह स्पष्ट नहीं है कि तेंदुए का शिकार छत्तीसगढ़ में हुआ है या ओडिशा में, लेकिन तस्कर छत्तीसगढ़ में ग्राहक तलाशने आये थे.
गरियाबंद में तेंदुए की खाल ग्राहक तलाश रहे थे तस्कर
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 2 तेंदुए की खाल के साथ दो तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं. पकड़े गए दोनों तस्कर ओडिशा के रहने वाले हैं. देवभोग पुलिस ने आरोपियों को खाल के साथ गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि आरोपी बाइक पर तेंदुआ खाल लेकर ओडिशा सीमा से लगे घुपकोट गांव के बांध के पास पहुंचे थे. जहां वे ग्राहक की तलाश कर रहे थे. मुखबिर से सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आरोपियों को तेंदुए की खाल के साथ गिरफ्तार कर लिया.
2 साल में 6 तेंदुए की खाल बरामद
पुलिस ने तस्कर केशव मांझी और रमेश नायक के कब्जे से दो तेंदुए की खाल जब्त कर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है. दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है. बीते कुछ वर्षों से जिले में तेंदुए की खाल के कई प्रकरण सामने आ चुके हैं. हर बार की तरह है इस बार भी जिला पुलिस ने बाजी मार ली है और वन विभाग सिर्फ देखता रह गया. आंकड़ों पर नजर डालें तो बीते 2 साल में 6 तेंदुए की खाल और चार पेंगोलिन पुलिस ने किया बरामद किया है.