गरियाबंद: गर्मी के महीने में देवभोग, मैनपुर की बिजली व्यवस्था जवाब देने लगती है. बिजली कटौती और लो वोल्टेज के कारण यहां के लोगों को परेशान होना पड़ता है. छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड ने गरियाबंद जिले में बिजली के लोड सेडिंग टाइम टेबल (Power cut time table) जारी किया है. जिसके तहत तय समय सीमा अंतर्गत टाइम टेबल के अनुआर बिजली की कटौती होनी है.
अलग-अलग टाइम पर अलग-अलग क्षेत्र में बिजली की कटौती होनी है. जिससे लो वोल्टेज की समस्या को कुछ हद तक दूर करने का बिजली विभाग प्रयास कर रहा है. ताकि कम देर ही सही मगर लोगों को सही वोल्टेज में बिजली मिल पाए.
अघोषित बिजली कटौती से ग्रामीण परेशान, सब स्टेशन के पास बैठकर जताया विरोध
इन इलाकों के नाम समय सारणी में शामिल
समय सारणी 2 अप्रैल तक के लिए जारी किया गया है. टाइम टेबल को आगामी 12 दिन आगे बढ़ाने की जरूरत के भी संकेत दिए गए हैं. बिजली विभाग के टाइम टेबल में देवभोग को पहले रखा गया है. माडा गांव, अमलीपदर, मैनपुर, धवलपुर, इंदा गांव, बिंद्रा नवागढ़, कोसमी, गोहरपदर को शामिल किया गया है.
यहां देखें समय सारणी
- देवभोग, माडा गांव, अमलीपदर, में सुबह 7 बजे से 10 बजे तक बिजली कटौती होगी. दूसरा शिफ्ट में शाम 4 बजे से 7 बजे तक कटौती होगी.
- मैनपुर, धवलपुर, इंदा गांव, यहां पर बिजली कटौती टाइम टेबल अनुसार सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 1 तक कटौती होगी. शाम 7 बजे से लेकर रात 10 तक बिजली कटौती होगी.
- बिंद्रानवागढ़, कोसमी, गोहरपदर, इन फीडर में दोपहर 1 बजे से शाम 4 तक कटौती होगी. रात्रि 10 से लेकर 1 बजे तक कटौती किया जाएगा.
विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता महेश नायक ने बताया कि टाइम टेबल को 10 से 12 दिनों तक और आगे बढ़ाया जा सकता है. एक टेंपरेरी लाइन धमतरी जिले से मैनपुर तक लाई जा रही है. जिसके बाद समस्या कुछ हद तक खत्म होगी. लोडसेटिंग का यह टाइम टेबल समाप्त किया जाएगा. उनका कहना है कि अभी गरियाबंद से देवभोग तक 127 किलोमीटर लंबी विद्युत लाइन में वोल्टेज डाउन हो जाता है. ऊपर से सप्लाई भी अभी कुछ कम है. वहीं किसानों को पंप नहीं चलने की शिकायत भी मिल रही थी. जिसके चलते लोडसेटिंग कर दो परेशानियों का हल किया गया है. इस क्षेत्र में तार भी पुराने थे एक साथ सभी कनेक्शन चालू होने पर तार गर्म होकर टूट रहे थे. इंदा गांव सब स्टेशन निर्माण में अभी 1 साल और लगना है वह निर्माण पूरा होने के बाद ही उस क्षेत्र की सभी समस्याओं का परमानेंट हल हो पाएगा. 1 साल के लिए टेंपरेरी लाइन रहेगी.