गरियाबंद: जिले के 3 गांव में 1 किलोमीटर के दायरे में कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. यहां एक किलोमीटर के दायरे में किसी को भी घर से निकलने तक की इजाजत नहीं है. इसके आलावा किसी को भी इन इलाकों में जाने की इजाजात नहीं है. इन गांव से 3 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे. जिसके बाद प्रशासन ने इसे कंटेनमेंट जोन बनाया है.
गरियाबंद में बनाए गए 3 कंटेनमेंट जोन कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जिला प्रशासन बेहद सतर्क हो गया है. अब इन इलाकों में प्रशासन ही लोगों को सब्जी और राशन उपलब्ध करा रहा है. बता दें कि राजिम की एक छात्रा कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. गरियाबंद में अब कोरोना के कुल 4 एक्टिव केस हैं.
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बता दें कि 3 कोरोना वायरस संक्रमित मरीज बाहर से आए हुए थे. तीनों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था. अब प्रशासन इनकी ट्रैवल हिस्ट्री भी खंगाल रहा है. प्रशासन इनके बीते 10 दिनों की पूरी गतिविधियों का पता लगा रहा है. गांव लौटते समय किन लोगों के साथ संपर्क हुआ है, उसकी जानकारी जुटाई जा रही है. जानकारी के अनुसार लगभग 100 लोगों को प्रशासन क्वॉरेंटाइन कर सकता है.
बता दें कि गरियाबंद के दरीपारा इलाके के खुर्सीपार और रावनडीग्गी, गांव जो नक्सल प्रभावित इलाका है. यहां बाहर से लौटे लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया था. दोनों गांव में एक-एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके बाद देवभोग के भुजबाहर गांव में भी एक मजदूर के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है. प्रशासन को अब इस बात की चिंता सता रही है कि जिन लोगों के साथ इन मजदूरों को क्वॉरेंटाइन किया गया था. कहीं वो भी कोरोना वायरस संक्रमण के शिकार न हो जाएं.