किसानों की नाराजगी और किसान पदयात्रा को रोके जाने की खबरों के बाद प्रशासन ने आखिर रोकी गई पदयात्रा को आगे जाने दिया है. पदयात्रा इस वक्त राजिम से निकलकर रायपुर जिले के नयापारा पहुंची है. लगभग डेढ़ सौ किसान इस पदयात्रा में शामिल हैं, जो मंगलवार शाम को मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मिलकर समस्याएं रखने की बात कह रहे हैं. पदयात्रा को रोके जाने को लेकर बहुत से किसानों ने नाराजगी व्यक्त की थी.
बता दें कि कुछ देर पहले SDM ने पदयात्रा की अनुमति नहीं होने की बात कहते हुए शुरू होते ही पद यात्रा को रोक दिया था. इसके लिए कृषि मंडी के गेट को बंद करवाकर किसानों को वहीं रोक दिया गया था. कलेक्टर से चर्चा करने के बाद पदयात्रा को जाने दिया गया.
किसान पदयात्रा को मिली आगे जाने की अनुमति - रायपुर न्यूज
14:00 November 04
पदयात्रा को मिली आगे जाने की अनुमति, रायपुर के नयापारा पहुंची पदयात्रा
13:30 November 04
किसान अधिकार यात्रा को प्रशासन ने रोका
गरियाबंद:एक ओर जहां किसानों की समस्या को लेकर प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल दिल्ली जा रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर अपनी मांगों को लेकर किसान अधिकार यात्रा निकाल रहे किसानों को प्रशासन रोक रहा है. राजिम मंडी से सीएम हाउस और फिर राजभवन तक निकाली जा रही इस पदयात्रा को स्थानीय प्रशासन ने राजिम मंडी में ही रोक दिया है.
दरअसल रबी फसल धान के बकाया भुगतान और 15 नवंबर से धान खरीदी शुरू करने की मांग को लेकर पदयात्रा निकाल रहे किसानों को प्रशासन ने रोक दिया है. मंगलवार को किसान सीएम और राज्यपाल से अपनी समस्या को लेकर मुलाकात करने वाले थे. लेकिन वो रायपुर पहुंचे इसके पहले ही उन्हें रोक दिया गया. मंडी प्रशासन और स्थानीय प्रशासन के इस रवैये से किसानों में खासा नाराजगी है.
ये हैं किसानों की मांगे : -
- कृषि उपज खरीदी का बकाया भुगतान मंडी निधि से किया जाए.
- कृषि उपजों की मंडियों में समर्थनमूल्य से बोली शुरू किया जाए.
- मंडी अधिनियम के तहत तौल के 24 घंटे में मंडी परिसर में भुगतान किया जाए.
- बे-मौसम बारिश से हुए फसल के नुकसान का आकलन कर क्षतिपूर्ति दिया जाए.
- क्षेत्रीय समग्र आर्थिक भागीदारी और मुक्त व्यापार संधि रद्द किया जाए.
- स्वामीनाथन आयोग की शिफारिश को लागू किया जाए.