गरियाबंद: जिले से महज 12 किलोमीटर दूर चिंगरापगार झरने के करीब 21 हाथियों का दल पहुंच गया है. बीती रात इस हाथी दल ने 25 किलोमीटर का सफर किया और तौरंगा से होते हुए तूयामोड़ा के जंगल पहुंचे. हाथियों ने कई किसानों के खेतों को भी नुकसान पहुंचाय. फिलहाल हाथी चिंगरापगार झरने के पास से होते हुए गहंदर के ऊपर की पहाड़ी पर मौजूद है. ऐसी आशंका है कि ये हाथी का दल रविवार की शाम को नेशनल हाईवे और पैरी नदी पार कर धमतरी जिले में जा सकता है. वैसे दोबारा पहुंचे चंदा हाथी के दल पर बारूका के सरपंच और हाथी मित्र लगातार नजर बनाए हुए हैं.
खेतों को पहुंचाया नुकसान
वन विभाग ने ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने और सतर्क रहने का निर्देश दिया है. वन अधिकारियों का कहना है कि कर्मचारियों को नुकसान का जायजा लेने भेजा दिया गया है. अभी खेतों में नुकसान की ही सूचना मिली है. ग्रामीणों ने बताया कि है किसानों के खेतों को रौंदने के अलावा जंगली हाथियों के दल ने नरेश भूरिया और राम कुमारी कमार के खेतों में बने लारी को भी बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है. वहां रखे पैरा को बिखेर दिया.
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