गरियाबंद:राजिम में किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat in Rajim) का आयोजन किया गया था. किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के साथ योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) और मेधा पाटकर (Medha Patkar) भी इस महापंचायत में शामिल हुए. सभी नेताओं ने एक सुर में कृषि कानून (agricultural law) का विरोध किया. देश के कई बड़े हिस्सों में किसान महापंचायत करने के बाद छत्तीसगढ़ के राजिम में किसानों की महापंचायत हुई. किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र की मोदी सरकार (Modi government) पर एक एक कर कई बड़े हमले किए. राजिम में राकेश टिकैत ने कहा कि जो सरकार किसानों का काम नहीं करेगी वह नहीं रहेगी. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार थी है और नहीं रहेगी. जो सरकार किसानों का काम नहीं करेगी अगर वह है तो वह नहीं रहेगी. मीडिया हाउस पर दिए बयान को लेकर कहा कि मोदी सरकार का अगला निशाना मीडिया हाउस है. इसलिए मैंने मीडिया को आगाह करने का काम किया है.
'देश की संपत्ति बेच रही है मोदी सरकार'
राकेश टिकैत ने मोदी सरकार पर देश की संपत्तियों (country properties) को बेचने का आरोप लगाया. टिकैत ने कहा कि नरेंद्र मोदी की बीजेपी सरकार ने देश को कमजोर किया है. उनका कहना था कि देश को आज के दौर में उद्योगपति चला रहे हैं. इस मौके पर राकेश टिकैत ने छत्तीसगढ़ के किसानों को इस आंदोलन से जुड़ने की अपील की.
'छत्तीसगढ़ के किसानों को मिल रहा सिर्फ धान का मूल्य'
राकेश टिकैत छत्तीसगढ़ में भी किसानों (farmers in chhattisgarh) को सिर्फ धान का मूल्य (paddy price) मिल रहा है. इसके अलावा फल, दूध और बाकी फसलों की कीमत यहां के किसानों को नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि, किसानों को यदि अपनी जमीन, फसल और नस्ल बचानी है तो उन्हें आंदोलन से जुड़ना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि यदि यह आंदोलन सफल नहीं हुआ तो फिर भविष्य में कोई और आंदोलन सफल नहीं होगा.
किसान बन जाएगा मजदूर
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने युवाओं को आंदोलन से जुड़ने का आह्वान करते हुए चेताया कि, केंद्र सरकार प्राइवेटाइजेशन करने में जुटी है. वो दिन दूर नहीं जब किसान मजदूर बनकर रह जायेगा. उन्होंने युवाओं को आंदोलन के बारे में फैलाई जा रही अफवाहों से बचने और एकजुट होकर आंदोलन को सफल बनाने की अपील की है.