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गरियाबंद पुलिस का मानवीय चेहरा, विधि-विधान से किया अज्ञात लाश का अंतिम संस्कार

गरियाबंद में पुलिस ने एक अज्ञात महिला की लाश का पूरे विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया. पुलिस जवानों ने महिला की अर्थी को कंधा भी दिया. अब स्थानीय लोग पुलिस के इस नेक काम की खूब सराहना कर रहे हैं.

Police performed the last rites of an unknown dead body
विधि-विधान से अज्ञात लाश का अंतिम संस्कार

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Published : Jun 9, 2021, 10:49 AM IST

गरियाबंद: जिले में पुलिस का संवेदनशील चेहरा सामने आया है. यहां सिटी कोतवाली पुलिस ने शहर के कुछ समाजसेवकों के साथ मिलकर एक अज्ञात महिला की लाश का विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया. पुलिस जवानों ने महिला की अर्थी को कंधा भी दिया.

विधि-विधान से अज्ञात लाश का अंतिम संस्कार
सिटी कोतवली प्रभारी वेदवती दरियो ने बताया कि अज्ञात महिला मानसिक रूप से विक्षिप्त थी और सप्ताहभर से दर्रीपारा गांव में घूम रही थी. सोमवार शाम 7:30 बजे सरस्वती शिशु मंदिर के पास एक बाइक सवार की टक्कर से वो गंभीर रूप से जख्मी हो गई. महिला को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
विधि-विधान से अज्ञात लाश का अंतिम संस्कार

मुंगेली में प्रेमी जोड़े का जब सबने छोड़ा साथ तो सरगांव पुलिस ने की मदद, कराई शादी


इस घटना की रिपोर्ट सिटी कोतवाली में दर्ज कराई गई. पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पंचनामा किया और आसपास के गांवों में अज्ञात महिला के परिजनों का पता लगाने की कोशिश की. मगर जब मृतका के परिजनों का कोई पता नहीं चला, तो सिटी कोतवाली प्रभारी निरीक्षक वेदवती दरियो के नेतृत्व में शव के अंतिम संस्कार का फैसला लिया गया. प्रधान आरक्षक कुबेर बंजारे, आरक्षक परमेश्वर नेताम, रविशंकर सोनवानी, श्रद्धा खूंटे, चौकी नवागढ़ से सउनि थनवार ध्रुव, आरक्षक पुष्पेंद्र मयंक, ग्राम दर्रीपारा से समाजसेवी कमलेश बघेल, शंकर ध्रुव, सुखचंद बघेल, मोहम्मद शफीक खान ने मिलकर मृतका की अर्थी को कंधा दिया और पूरे विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया. पुलिस के इस नेक कार्य की सराहना लोग भी कर रहे हैं.

विधि-विधान से अज्ञात लाश का अंतिम संस्कार

कोरबा: प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला को पुलिस ने पहुंचाया अस्पताल

ऐसा पहली बार नहीं है जब पुलिस का मानवीय चेहरा उजागर हुआ हो. कोरोना काल में पुलिस की कार्यप्रणाली और संवेदनशीलता ने आम लोगों को मोहित कर दिया. उनका भरोसा पुलिस में बढ़ा है. पिछले साल भी कोरबा के वनांचल में पहुंचविहीन गांव में प्रसव पीड़ा से परेशान महिला को पुलिस जवान ने खाट पर उठाकर वाहन तक पहुंचाया था, जिसके बाद गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका सुरक्षित प्रसव कराया गया. इससे महिला की जान बच गई थी.

पुलिस ने की मदद

वहीं पिछले महीने मुंगेली में एक प्रेमी जोड़े के शादी में सरगांव पुलिस ने मदद की. सरगांव थाना पुलिस ने मानवता की मिसाल कायम करते हुए इन्हें मदद पहुंचाई. प्रेमी युगल ने हंसी-खुशी परिवारवालों की रजामंदी से विवाह कर नए जीवन की शुरुआत की. दरअसल सरगांव थाना पुलिस ने एक ऐसे प्रेमी युगल का विवाह कराया जो कि घरवालों के खिलाफ जाकर लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे. त्रिभुवनपुर निवासी भोला प्रकाश कुर्रे का प्रेम संबंध गांव की ही कीर्ति धृतलहरे के साथ था. दोनों शादी करना चाहते थे. लेकिन दोनों के घरवालों को ये रिश्ता मंजूर नहीं था.

मुंगेली में प्रेमी जोड़े की कराई शादी

इस बात की जानकारी लगने पर दोनों के परिजनों ने इनका साथ छोड़ दिया. इस बात से दुखी होकर दोनों ही मजदूरी की तलाश में बाहर चले गये. इसी दौरान युवती गर्भवती भी हो गई. जिसके बाद कोरोना संक्रमण की वजह से उन्हें वापस गांव आना पड़ा. वापस आने पर एक बार फिर प्रेमी युगल को परिवार वालों के तिरस्कार का सामना करना पड़ रहा था. जिससे परेशान होकर दोनों सरगांव पुलिस के पास पहुंचे. जहां पर टीआई केसर पराग ने प्रेमी युगल की समस्या को सुनकर दोनों परिवार के लोगों को समझा-बुझाकर सामाजिक रीति-रिवाज से इनकी शादी कराई.

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