गरियाबंद:छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्यों में कोरोना के केस एक बार फिर बढ़ रहे हैं. वहींकोरोना को नये स्ट्रेन ने खतरा और भी बढ़ा दिया है. प्रशासन ने अलर्ट जारी कर रखा है, लेकिन गरियाबंद में लोग कोरोना वायरस के प्रति लापरवाह नजर आ रहे हैं. गरियाबंद के बाजार में लोग ऐसे खरीदी करते हुए दिखाई दिए जैसे कोरोना कभी रहा ही नहीं हो. भीड़-भाड़ वाले इलाकों में भी 90% लोगों के चेहरे से मास्क गायब नजर आता है. वहीं प्रशासन भी नियनों का उल्लघंन करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. सवाल यह कि गरियाबंद में यदि कोरोना दोबारा भयावह रूप लेता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा ?
एक तरफ कई राज्यों में कोरोना के फिर से बढ़ते केस के चलते हालात बिगड़ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में लोग कोरोना के प्रति लापरवाह दिखाई दे रहे है. ETV भारत की टीम ने बाजारों का जायजा लिया. यह जानने का प्रयास किया कि लोग कोरोना के प्रति सावधानी बरत रहे हैं या नहीं ? ETV भारत की टीम ने पाया कि वहां ना कोई भीड़ को रोकने वाला था और ना ही थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था थी. लोगों ना मास्क लगाये थे और ना ही सोशल डिस्टेंसिंंग का पालन किया जा रहा था. कुछ ही दुकानदारों ने मास्क लगाया हुआ था. इसे लेकर हमने कुछ लोगों से बातचीत की. इस दौरान लोग चेहरे पर मास्क, रुमाल या गमछा डालने लगे. हालांकि, कई लोगों ने स्वीकार किया कि मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूरी है.
रायपुर: ना मास्क, ना सैनिटाइजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ रही धज्जियां