गरियाबंद:साल 2021 अपने अंतिम पड़ाव पर हैं. जाते-जाते साल भर की महत्वपूर्ण घटनाओं पर एक नजर डालते हैं. बीत रहे इस साल के शुरुआती कुछ महीने कोरोना की भेंट चढ़ गए, जहां 12,000 से अधिक लोग इस भयंकर बीमारी के चपेट में तो वहीं 194 लोगों ने इसके चलते जान गवाई. हाथियों तथा तेंदुए से जुड़ी घटनाओं ने लोगों का खूब ध्यान आकर्षित किया तो वही अपराध की अगर बात करें तो हीरा तस्करी तथा साइबर क्राइम पर बड़ी कार्रवाई में पुलिस को सफलता मिली. वहीं सिंचाई विभाग के ठेकेदार की चार मशीनों को भी उन्होंने जलाकर अपनी मौजूदगी का एहसास कराने का प्रयास किया. आइए कौन सी घटनाएं रही इस साल खास....
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कोरोना काल में 194 ने गवाई जान कोरोना का कहर 194 ने गवाई जान
साल 2021 के शुरुआती महीनों में गरियाबंद में कोरोना ने कहर बरपाया था. सरकार ने सख्त लॉकडाउन लगाया था. जिसने लोगों को अपने घरों में कैद करने को मजबूर कर दिया. लॉकडाउन में मिली कुछ छूट के बाद कोरोना ने भी अपना कहर बरपाना शूरू कर दिया. सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार 12,000 से अधिक लोगों कोरोना संक्रमित हुए थे. जबकि 194 लोगों ने जान गवाई. कोरोना काल में युवाओं ने जरूरतमंदों तक अनाज पहुंचाया. इतना ही नहीं जब मौत होने पर अपनों ने भी साथ छोड़ दिया तो इन साहसी युवाओं ने पीपीई कित पहनकर अज्ञात लोगों का भी अंतिम संस्कार किया.
राजनीतिक फेरबदल, जानिए किस-किस ने बदली पार्टी
कोरोना की गतिविधियों के बाद जो घटना सुर्खियों में रही उनमें महत्वपूर्ण राजनीतिक फेरबदल भी है. साल भर में राजनीतिक फेरबदल के तहत कई नेताओं ने अपनी पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी जॉइन की. राजनीतिक घटनाक्रम पर यदि ध्यान दें तो यह साल पार्टी छोड़कर नई पार्टी में अपने लिए उम्मीदें तलाशते नेताओं के लिए याद किया. सबसे अधिक पार्टी छोड़ने वाले नेता जोगी कांग्रेस में नजर आए. लगभग 9,000 कार्यकर्ताओं के साथ जोगी कांग्रेस के रोहित साहू, भाजपा में चले गए तो वही जिला मुख्यालय के रहने वाले जोगी कांग्रेस के युवा अध्यक्ष सन्नी मेमन कांग्रेस में शामिल हो गए. जोगी सरकार के पार्षद भी कांग्रेस में शामिल हुए.
हीरा तस्करों को पकड़ने में मिली बड़ी सफलता
अवैध हीरा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई तो वही साइबर क्राइम से जुड़े कई मामलों में गरियाबंद पुलिस अन्य प्रदेशों से आरोपियों को पकड़ लाई. साल भर में करीब 300 से अधिक हीरा तस्करों से गरियाबंद पुलिस ने बरामद किया. बता दें कि गरियाबंद जिले में हीरे की खदान है. जहां से अवैध खनन के बाद तस्करी करने वालों पर पुलिस की सख्त नजर रहती है.
2 तेंदुए पिंजड़े में हुए कैद
लोगों को मारा फिर 2 तेंदुए पिंजड़े में हुए कैद
वनों से आच्छादित होने के कारण गरियाबंद जिला वन्य जीव की घटनाओं के लिए हमेशा सुर्खियों में बना रहता है. इस साल घटनाएं पहले से काफी अधिक हुई. तेंदुए के हमले की कई घटनाएं सुनाई दी. खासकर जिला मुख्यालय से 10-12 किलोमीटर दूर के गांवों में ही ऐसी घटनाएं अधिक हुई, जहां तेंदुए ने हमला कर 9 साल की बच्ची की जान ले ली तो वही एक 7 साल की बुजुर्ग को भी तेंदुआ उठा ले गया. साल के अंत में तेंदुए के पकड़े जाने की घटनाओं ने सुर्खियां बटोरी.
हाथियों का गलियों में विचरण सुर्खियों में बना रहा
हाथियों का गलियों में विचरण सुर्खियों में बना रहा
हाथियों का विचरण भी सुर्खियों में बना रहा. गजराज कभी नेशनल हाईवे पार्क पार करते नजर आए तो कभी गांव की गलियों में विचरण करते दिखे.पहले गरियाबंद जिले में हाथियों का कोई पुराना इतिहास नहीं रहा है. लेकिन बीते 5 सालों से हाथियों ने इस क्षेत्र को अपना कॉरिडोर बनाने का प्रयास किया है.
बीते 1 साल में जहां फिंगेश्वर पांडुका क्षेत्र से होते हुए हाथी धमतरी जिले की ओर कई बार आना-जाना करते रहे तो वही हाथियों का एक बड़ा दल औड आमा मोरा मैनपुर क्षेत्र में विचरण करता रहा. इस दौरान वन विभाग की बड़ी टीम लोगों को हाथियों से और हाथियों को लोगों से दूर रखने के प्रयास में जुटी नजर आती है. गनीमत रही कि इस दौरान कोई बड़ी घटना नहीं हुई.
कोरोना काल में 194 ने गवाई जान
दो नक्सल घटनाएं
साल में दो नक्सल घटनाएं भी सुर्खियों में रही. उदंती में वन भैंसा प्रजनन केंद्र के एक कमरे में नक्सलियों ने आग लगा दी. जिसके बाद वन विभाग के कर्मचारी उदंती क्षेत्र में आने जाने में काफी सचेत हो गए तो वही अमलीपदर के पास सिंचाई विभाग के ठेकेदार के चार वाहनों को नक्सलियों ने फूंक दिया. नक्सलियों ने कहा कि हम से परमिशन लिए बगैर काम नहीं करना था.
तारीखो में जानिए क्या रहा खास
- 28 मई को हरिद्वार के पतंजलि गुरुकुलम में देवभोग के 4 बच्चों को बंधक बनाए जाने की खबर के बाद प्रशासन ने हस्तक्षेप कर उन बच्चों को छुड़वाया.
- 8 जून को धुर नक्सल प्रभावित इलाके की मासूम बालिका को रवीना ईटीवी भारत में दिखाया गया था. उसका सर की सर्जरी कर उसकी बीमारी को ठीक किया. मासूम को हैड्रोसिल फेल्लास तथा कंजनाईटल नाम की दो बीमारी थी.
- 13 जून को सड़क परशूली के जंगल में तेंदुआ मरे हुए हालत में मिला.
- 20 जून को ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ देवभोग के आर्थिक तंगी से जूझ रहे और कई प्रकार की बीमारियों से जूझ रहे परिवार की प्रशासन ने सुध ली.
- 21 जून को गरियाबंद की दिव्यांग गीता से वीडियो कांफ्रेंसिंग से मुख्यमंत्री ने मुलाकात की. उसे बैटरी वाली ट्राई साइकिल भी प्रदान की. गीता पैर में गिलास लगाकर चलती थी. जिससे उसे निजात मिला. उसे कृत्रिम पैर बना कर दिया गया.
- 21 अगस्त को उदंती के वन भैंसा प्रजनन केंद्र में मादा वन भैंसा खुशी की मौत हुई. इस साल एक और वन भैंसे की भी मौत ने वन विभाग तथा राज्य शासन को चिंता में डाल दी.
- 28 सितंबर को किसान नेता राकेश टिकैत गरियाबंद जिले के राजिम पहुंचे. किसान पंचायत में शामिल हुए.
- 21 अक्टूबर को प्रोजेरिया बीमारी से ग्रसित एक बालक शैलेंद्र ध्रुव गरियाबंद जिले का 1 दिन का कलेक्टर बना गया था.