गरियाबंद: फिंगेश्वर के जंगल में एक नया मेहमान आया है. 5 दिन से गनियारी फुलझर के जंगल में डेरा जमाए 20 हाथियों के झुंड में से एक हथिनी ने नन्हे हाथी को जन्म दिया है यानी अब हाथियों के झुंड में एक और सदस्य शामिल हो गया है. यह झुंड जब गरियाबंद जिले में पहुंचा था, तब 21 हाथी थे. जिसमें से एक हाथी की मौत धमतरी जिले के दलदल में फंस जाने से हुई थी. अब गरियाबंद जिले से वापसी की राह पर मौजूद हाथियों के झुंड में फिर से हाथियों की संख्या 21 हो गई है, जिसे लेकर वन्यजीव प्रेमियों में खुशी का माहौल है.
जानकारी के मुताबिक 2 महीने पहले बागबाहरा ओडिशा क्षेत्र से 21 हाथियों का झुंड गरियाबंद पहुंचा था, जहां के जंगलों में विचरण करते हुए हाथियों के झुंड को देखा गया था. क्षेत्र में हाथियों की दस्तक से लोगों में काफी दहशत का माहौल था.
24 से ज्यादा गांवों से होते हुए कस गांव के जंगल पहुंचे थे हाथी
हाथियों का झुंड लगभग 24 से ज्यादा गांवों से होते हुए कस गांव के जंगल पहुंचा, जहां सेल्फी के चक्कर में एक व्यक्ति हाथियों के बहुत पास पहुंच गया था. जिसके बाद हाथी ने कुचल कर उसकी जान ले ली थी. इस घटना के बाद लोगों में डर और बढ़ गया था , लेकिन इसके 2 दिन बाद ही हाथियों ने गरियाबंद जिले की सीमा, नेशनल हाईवे और पैरी नदी को पार करते हुए धमतरी जिले में प्रवेश कर लिया था. लगभग 52 दिन धमतरी और कांकेर जिले में बिताने के दौरान दलदल में फंसकर एक हाथी की मौत भी हो गई.