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गरियाबंद: अंधविश्वास ने ली मासूम की जान, मरने के बाद भी कराते रहे झाड़फूंक

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Published : Jul 12, 2019, 6:04 PM IST

सर्पदंश से बच्ची को अस्पताल ले जाने के बजाय घर वाले 5 घंटे तक घर में झाड़फूंक कराते रहे, जिसके बाद हालत नहीं सुधरने पर बच्ची को ओडिशा के धर्मगढ़ अस्पताल ले जाया गया. वहां भी बच्ची को नहीं बचाया जा सका.

बच्ची की मौत

गरियाबंद: जिले में अंधविश्वास के चलते एक मासूम की जान चली गई. सर्पदंश से पीड़ित बच्ची को अस्पताल ले जाने के बजाय घर वाले 5 घंटे तक घर में झाड़फूंक कराते रहे.

अंधविश्वास ने ली मासूम की जान, मृत होने के बाद भी कराते रहे झाड़फूंक
इसके बाद 6 एंटी स्नेक वेनम देने पर भी बच्ची की हालत में सुधार नहीं हुआ, तो देवभोग के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से बच्ची को रेफर किया गया.

इस स्वास्थ्य केंद्र में भी हालत नहीं सुधरने पर बच्ची को ओडिशा के धर्मगढ़ अस्पताल ले जाया गया, वहां भी बच्ची को नहीं बचाया जा सका. बच्ची को डॉक्टरों ने जब मृत घोषित कर दिया, तो परिवार वालों ने वार्ड से बाहर निकालकर अस्पताल परिसर में बच्ची को रखा और वहां भी झाड़-फूंक कराते रहे.

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अंधविश्वास में जकड़े परिजनों को विश्वास था कि मरी हुई बच्ची झाड़-फूंक से जिंदा हो जाएगी. बाद में ओडिशा पुलिस को इसकी जानकारी मिली. पुलिस के पहुंचने पर धरमगढ़ अस्पताल से बैगा भाग खड़ा हुआ.

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