गरियाबंद :छत्तीसगढ़ की धर्मनगरी राजिम में कचरा बीनने वाली एक बुजुर्ग महिला को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण मिला है. बुजुर्ग महिला कचरा बीनकर अपना जीवन यापन करती है.इस महिला का नाम बिहूला बाई है. जिन्हें 22 जनवरी को अयोध्या की पावन भूमि में रामलला के दर्शन करने और प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए हिंदू संगठन ने न्यौता दिया है.
दिन की कमाई का आधा हिस्सा किया था दान :बिहुला बाई के भगवान राम के प्रति अटूट विश्वास और श्रद्धा का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं.वो बड़ी मुश्किल से अपने और अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम कर पाती है.बावजूद इसके कचरा बेचकर जो राशि उन्हें मिली थी.उस राशि का आधा हिस्सा बिहुला बाई ने राम मंदिर निर्माण कार्य के लिए दान कर दिया. हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने बताया कि राम मंदिर निर्माण के लिए निधि संचय का कार्य हर ब्लॉक में किया जा रहा था.तभी बिहूला बाई जो कचरा बेचकर वापस आ रही थी.उन्होंने अपनी कमाई का आधा हिस्सा राम मंदिर के लिए दान करने की इच्छा जताई.भक्त का ये दान सहर्ष संचय निधि इकट्ठा करने वाले कार्यकर्ताओं ने स्वीकार किया.
''एक वर्ष पूर्व रामजन्मभूमि न्यास द्वारा निधि समर्पण का जो अभियान चल रहा था.उस समय समर्पण अभियान के दौरान उनके पास पहुंचे थे,तो दोपहर का समय था तो उस समय वो अपना कचरा बेचकर वापस आ रही थी.उसी दौरान उन्होंने अपनी कमाई जो उन्होंने 40 रुपए कचरा बेचकर कमाया था.उसमें से आधी कमाई बीस रुपया राममंदिर के लिए दान कर दिया.ये उस समय भावुक कर देने वाला क्षण था.इसी तारतम्य में राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में समाज के हर वर्ग के लोगों को बुलाया जा रहा है.'' तुषार कदम, पूर्व प्रांत सुरक्षा प्रमुख बजरंग दल
बिहूला को मिला न्यौता :बिहूला देवार की भगवान राम की प्रति सच्चा श्रद्धा का फल भी उन्हें मिला. भगवान राम ने खुद ही बिहुला को दर्शन देने के लिए अयोध्या बुलाया है. बिहुला की भावना और समर्पण को देखते हुए अयोध्या का अक्षत कलश जब राजिम पहुंचा तो कार्यकर्ता बिहुला देवार की झोपड़ी में गए.इसके बाद भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता बिहुला को दिया.