गरियाबंद: उत्तरप्रदेश के हाथरस में हुई कथित रेप की घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ पुलिस और प्रशासन की ओर से किए गए व्यवहार के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मौन सत्याग्रह किया. कार्यकर्तओं ने गरियाबंद में मौजूद गांधी मैदान के मंच पर मौन सत्याग्रह किया, इस दौरान उन्होंने अपने हाथों में तख्तियां लेकर केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. कार्यकर्ताओं के साथ में जो तख्तियां थीं, उनमें आरोप लगाने वाली कई बातें लिखी थीं. इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता भी मौजूद रहीं.
पढ़ें:रायपुर शहर से कोरोना के 75 फीसदी मामले, ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण महज 25 फीसदी
मौन सत्याग्रह समाप्त होने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष भाव सिंह साहू ने कहा कि 'हाथरस की बेटी की मौत सिस्टम की लापरवाही के चलते हुई और मौत के बाद उसके शव को भी सम्मान नहीं दिया गया. अंतिम संस्कार में परिवार वालों का शामिल न होना यह दर्शाता है कि वहां बहुत कुछ गलत हो रहा था'. उन्होंने कहा कि '2 अक्टूबर को शांति के प्रतीक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन पर यूपी में जो हुआ वह शर्मनाक था. पहले अंतिम संस्कार को लेकर कई तरह की गड़बड़ियां और फिर मीडिया को परिवार वालों से दूर रखना और फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी को परिवार के पास जाने से रोकने के लिए लगाए गए हजारों पुलिस बल ने जो किया वह शर्मनाक था, उत्तर प्रदेश की सरकार ना बेटियों को सुरक्षा दे पा रहे हैं और ना ही पीड़ितों को न्याय.