गरियाबंद: कलेक्टर श्याम धावड़े और जिला पंचायत सीईओ आरके खुटे ने गुरुवार को जिले के मैनपुर और देवभोग इलाके का तूफानी दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कई जगह औचक निरीक्षण करते हुए अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को सील करवाया. इसके साथ ही महिला बाल विकास अधिकारी को निरीक्षण नहीं करने के लिए नोटिस भी जारी किया है. इस निरीक्षण से देवभोग में दिनभर हड़कंप मचा रहा.
गरियाबंद: कलेक्टर के निरीक्षण से मचा हड़कंप, अवैध क्लीनिक सील
कलेक्टर ने गुरुवार को इंदागांव राशन दुकान से दौरा करते हुए बूढगेलमाल और कालीमाटी होते हुए उरमाल पहुंचे. यहां अवैध तरीके से संचालित क्लीनिक पर छापमारी की और उसके बाद कांडेकेला पहुंचकर रेडी-टू-ईट योजना के लिए खाद्यान बनाने वाले महिला समूह के प्रोडेक्शन यूनिट का निरीक्षण किया.
कलेक्टर ने दौरे की शुरुआत इंदागांव राशन दुकान से की और ग्रामीणों से राशन को लेकर राय ली. उसके बाद बूढगेलमाल और कालीमाटी होते हुए उरमाल पहुंचे, यहां एक अवैध तरीके से संचालित क्लीनिक पर छापामार कार्रवाई की और उसके बाद कांडेकेला पहुंचकर रेडी-टू-ईट योजना के लिए खाद्यान बनाने वाले महिला समूह के प्रोडेक्शन यूनिट का निरीक्षण किया, वहां की अवयवस्था देखकर समूह के अनुबंध को निरस्त कर दिया और महिला बाल विकास अधिकारी को निगरानी नहीं करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया.
जिम्मेदारों को लगाई फटकार
इसके बाद किडनी प्रभावित सुपेबेडा गांव में बुनियादी सुविधाओं का जायजा लिया और अंत में देवभोग के कस्तूरबा गांधी आश्रम का निरीक्षण किया. आश्रम में उन्होंने सूचना बोर्ड पर कलेक्टर का गलत फोन नबंर लिखा देख जिम्मेदारों को जमकर फटकार लगाई. इस दौरान उन्होंने बीच रास्ते में रुककर खेतों में चल रहे गिदावरी रिपोर्ट भी का जायजा लिया. उन्होंने क्षेत्र के लोगों की मांग पर ओडिशा से आने वाले सभी रास्तों पर धान खरीदी शुरू होने के पहले नाका लगाकर ओडिशा के धान को छत्तीसगढ़ आने से रोकने के निर्देश दिए.